Politics Over Opposition Alliance Name: देश के 26 विपक्षी दलों ने एकजुट होकर लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ने की ठान ली है. विपक्षी दलों के इस महागठबंधन को नाम भी दे दिया गया है. 17 और 18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई विपक्षी दलों की दूसरी बैठक में इस गठबंधन का नाम INDIA रखा गया. इधर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने नाम की घोषणा की और उधर बीजेपी ने गठबंधन के नाम को लेकर कटाक्ष, तंज और निंदा करना शुरू कर दिया.


विपक्षी गठबंधन को दिए गए नाम को लेकर 18 जुलाई से ही जंग जारी है. अब मंगलवार (25 जुलाई) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी ने इसे महासंग्राम में बदल दिया. दरअसल, पीएम मोदी ने बीजेपी की संसदीय दल की बैठक में विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) को देश का अब तक का सबसे दिशाहीन गठबंधन करार दिया. 


विपक्षी गठबंधन के नाम पर पीएम मोदी की टिप्पणी


पीएम मोदी ने ईस्ट इंडिया कंपनी और इंडियन मुजाहिदीन जैसे नामों का हवाला देते हुए कहा, "केवल देश के नाम के इस्तेमाल से लोगों को गुमराह नहीं किया जा सकता.'' उनके इस बयान के बाद विपक्षी दलों और बीजेपी नेताओं में जुबानी जंग छिड़ गई.


बीजेपी में किसने क्या कहा?


बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तंज किया, "एक बच्चा था जो अपनी सभी परीक्षाओं में फेल हो गया. उसके सहपाठी और पड़ोसी उससे नफरत करते थे. इसलिए माता-पिता ने उनकी धारणा बदलने के लिए उनका नाम बदलने के बारे में सोचा. क्या मामला I.N.D.I.A जैसा नहीं है?"






केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "अपने बुरे अतीत से छुटकारा पाने के लिए विपक्षी गठबंधन ने अपना नाम बदल लिया है लेकिन केवल नाम बदलकर I.N.D.I.A कर दिया गया. अपने पिछले कार्यों को सार्वजनिक स्मृति से नहीं मिटा पाएंगे. हमारे देश के लोग इतने समझदार हैं कि इस दुष्प्रचार को समझ सकेंगे और इस पुराने उत्पाद को नए लेबल के साथ उसी अस्वीकृति के साथ व्यवहार करेंगे."






उत्तराखंड की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर कहा, "बढ़ते देश की उम्मीदों पर वो अंधेरे जैसा छा जाते हैं, देश ने बोला 'कर्म' बदलो, वो 'नाम' बदल कर आ जाते हैं. 'फूट डालो राज करो' जिनके डीएनए में है, ऐसी टुकड़े-टुकड़े गैंग की सरगना कांग्रेस आज महाठगबंधन को 'I.N.D.I.A' नाम देकर समस्त राष्ट्रभक्तों के खिलाफ एक युद्ध छेड़ने का काम कर रही है."


उन्होंने कहा, "एक तरफ आदरणीय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में विश्वपटल पर एक शक्ति के रूप में 'NEW INDIA' का उदय हो रहा है वहीं दूसरी ओर परिवारवाद और भ्रष्टाचार में डूबे ये दल अपने इस ठगबंधन को 'I.N.D.I.A' नाम देकर देश की छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं."






बीजेपी की वरिष्‍ठ नेता और राजस्‍थान की पूर्व मुख्‍यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने ट्वीट कर कहा, "कमाल है, जिन्होंने 60 साल भ्रष्टाचार और घोटालों से हमारे भारत को शर्मसार किया. देशवासियों की तरफ से नकारे जा चुके उन लोगों ने अपने गठबंधन को I-N-D-I-A नाम दिया है. नाम बदलने से कारनामे नहीं बदल जाते. आपकी नीयत और नीति से जनता वाकिफ है."






उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "कौआ अपना नाम हंस रख ले तो भी मोती नहीं चुगेगा. अमावस्या की काली रात को पूर्णिमा का नाम देने से वह शीतल और प्रकाशवान नहीं हो जाएगी. नाम बदलने से इनका मूल स्वभाव नहीं बदल जाएगा. ऐसे ही I.N.D.I.A. नाम लगा लेने से आत्मा और संस्कार में रची-बसी विभाजनकारी सोच और भारत विरोधी दृष्टि समाप्त नहीं हो जाएगी."






विदेश मंत्री एस जयशंकर ने तंज कसते हुए कहा, "विडंबना यह है कि जो लोग विदेश से हस्तक्षेप चाहते हैं वे अब मानते हैं कि I.N.D.I.A एक आवरण के रूप में काम कर सकता है. कोइ चिंता नहीं, लोग इसके माध्यम से देखेंगे."






हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कहा, "गुण, स्वभाव और शक्तियां सिर्फ नाम बदल लेने से नहीं बदल जातीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बनाया गया ठग-बंधन 'फ्यूज बल्बों की झालर' से ज्यादा कुछ नहीं है. इससे रोशनी भी नहीं हो सकती और न ही ये सूरज का मुकाबला कर सकता."






वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर पूछा, "क्या खुद को I.N.D.I.A बुलाना, विपक्ष की “India is Indira, Indira is India” की अहंकारी मानसिकता को नहीं दर्शाता?"






वहीं, दूसरी तरफ इस गठबंधन में शामिल विपक्षी दलों ने भी इसका तीखा पलटवार किया है. गठबंधन करने वाले इन दलों में कांग्रेस, टीएमसी, आम आदमी पार्टी, डीएमके, जेडीयू, आरजेडी, जेएमएम और लेफ्ट सहित 26 पार्टियां शामिल हैं. विपक्षी दलों का कहना है कि उनका यह गठबंधन बीजेपी के खिलाफ है, एनडीए के खिलाफ है और भ्रष्टाचार के खिलाफ है. 


विपक्षी दलों में किसने क्या कहा?


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार और पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा, "आप हमें जो चाहें बुला लें मोदी जी. हम INDIA हैं. हम मणिपुर को ठीक करने और हर महिला और बच्चे के आंसू पोंछने में मदद करेंगे. हम उसके सभी लोगों के लिए प्यार और शांति वापस लाएंगे. हम मणिपुर में भारत के विचार का पुनर्निर्माण करेंगे."






न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस (TMC) की चीफ ममता बनर्जी ने कहा, “हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद. मुझे लगता है कि उन्हें 'इंडिया' नाम पसंद है. आम लोगों की तरह उन्होंने भी इसे स्वीकार कर लिया है. जितना अधिक वे नाम के बारे में बुरा बोलेंगे, उतना ही अधिक वे इसके प्रति अपनी पसंद साबित करेंगे. ”


समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, "जो लोग आजादी के आंदोलन में स्वतंत्रता-सेनानियों की मुखबरी कर रहे थे, वो अब थोथे प्रवचन कर रहे हैं. अपने नाम में उपाधि लगा लेने से या चोगा धारण कर लेने से मूल-स्वरूप नहीं छुपता. राजनीति को बंटवारे के हथियार के रूप में इस्तेमाल करने वाले विभाजनकारी अब अपने दिन गिनें."






पीएम मोदी के ट्वीट पर पलटवार करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूछा, "प्रधानमंत्री को INDIA से इतनी नफरत क्यों है?"






एमके स्टालिन ने कहा, ''आप ही नहीं, हम भी 'इंडिया' की सफलता की कोशिश कर रहे हैं. हम इसके लिए टीम भावना के तौर पर काम कर रहे हैं.'' स्टालिन ने पीएम मोदी का नाम तो नहीं लिया लेकिन उनका इशारा उन्हीं की तरफ था. 


टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्वीट कर कहा, "बहुत हो गया पीएम साहब. भारत की तुलना प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों से करना न तो आपके पद के अनुरूप है और न ही आपकी गरिमा के अनुरूप. संसद का सत्र चल रहा है. आप सदन के बाहर जो बहादुरी दिखाते हैं, उसका कुछ हिस्सा संसद के अंदर क्यों नहीं इस्तेमाल करते और असल में INDIA का सामना क्यों नहीं करते हैं."





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