Delhi Diwali Pollution: 8 सालों में दिवाली के बाद कब, कितनी प्रदूषित हुई दिल्ली, इस बार बेहतर या खराब, जानें
Delhi Diwali Pollution Air Quality: हवा की गुणवत्ता मापने वाले स्विस समूह के आंकड़ों की मानें तो दिवाली के बाद सोमवार को देश की राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता पूरी दुनिया में सबसे खराब हो गई हैं.
Delhi Most Poolluted City Post Diwali: पूरे देश के साथ राजधानी दिल्ली में हर्षोल्लास के साथ दिवाली का त्योहार मनाया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने राजधानी दिल्ली समेत सभी राज्यों में प्रदूषण पर लगाम के लिए आतिशबाजी पर रोक लगाई थी, लेकिन राजधानी में लोगों ने उच्चतम अदालत के आदेश की धज्जियां उड़ाई है. सोमवार सुबह राजधानी दिल्ली और NCR में धुंध की एक चादर वातावरण में छायी हुई है, जिसकी वजह से कुछ सौ मीटर के बाद दृश्यता खत्म हो रही है.
दिल्ली के अधिकतर के इलाकों में रविवार (12 नवंबर) को दिवाली की शाम होते ही पटाखों का शोर शुरू हुआ जो रात 10 बजे तक बेलगाम तरीके से जारी रहा है. इस बीच अलग-अलग वायु गुणवत्ता मापने वाले समूहों ने राजधानी की हवा गुणवत्ता अपने-अपने तरीके से मापकर, दिल्ली को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बताया है.
स्विस समूह ने दिल्ली की हवा को बताया - खतरनाक
वायु गुणवत्ता मापने वाले स्विस समूह IQAir के डाटा के मुताबिक सोमवार को दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर के तौर पर उभरा है. यहां सुबह 5:00 बजे दिल्ली में वायु गुणवत्ता का स्तर 514 पर है जो बेहद खतरनाक रूप में चिन्हित है. इस समूह के मुताबिक एक्यूआई 320 को खतरनाक के तौर पर चिह्नित किया गया है, जिसमें स्वास्थ्य के लिए बेहद घातक चेतावनियां दी गई हैं. इस समूह के मुताबित सोमवार को दिल्ली की हवा इस खतरनाक स्तर से भी खराब लेवल पर पहुंची है.
सामान्य से 20 गुना अधिक प्रदूषण
हवा की गुणवत्ता मापने वाली एक और मौसम एजेंसी aqicn.org के अनुसार दिल्ली के आनंद विहार क्षेत्र में वायु प्रदूषण सबसे खराब दर्ज किया गया है. यहां सुबह 5:00 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 969 था जो खतरनाक स्तर पर है. यह सामान्य से 20 गुना अधिक है. इस एजेंसी के मुताबिक एएक्यूआई का 300 से अधिक पहुंचना बेहद खतरनाक होता है.
सरकारी आंकड़ों में दिल्ली की हवा पिछले 8 सालों में सबसे अच्छी
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, आनंद विहार में सुबह 5 बजे औसत AQI खराब स्तर पर 289 रहा, वहीं PM2.5 का स्तर 500 के स्तर पर पहुंचा है. इसी तरह, आरके पुरम में सुबह 5 बजे AQI 281 था, यहां भी PM2.5 पर सबसे एक्यूआई 500 के स्तर को छू गया है. शहर में पीएम 2.5 पर प्रदूषण विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्धारित सीमा से 20 गुना अधिक दर्ज की गई है. बावजूद इसके CPCB के आंकड़ों की मानें तो दिल्ली की हवा गुणवत्ता पिछले आठ सालों में सबसे अच्छी है. इसके कारण सरकार ने सरकारी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है और ट्रकों को राजधानी में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
CPCB के आंकड़े के मुताबिक दिल्ली की हवा गुणवत्ता अच्छी
वहीं केंद्र सरकार के केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों की मानें तो दिवाली पर राजधानी दिल्ली में इस साल साफ हवा ने पिछले 8 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, राजधानी में सोमवार सुबह पांच बजे आनंद विहार जीपीसीसी के आंकड़े के मुताबिक शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 289 रहा, जो पिछले 8 साल में दिवाली के दिन सबसे कम था.
न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में पिछले साल दिवाली पर एक्यूआई 2022 में 312, 2021 में 382, 2020 में 414, 2019 में 337, 2018 में 281, 2017 में 319 और 2016 में 431 दर्ज किया गया था. आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 7 नवंबर को बेरियम युक्त पटाखों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था.