Diwali Delhi Pollution: दिवाली पर आतिशबाजी के लिए प्रतिबंध के बावजूद राजधानी दिल्ली और एनसीआर में जमकर पटाखे फोड़े गए. रविवार (12 नवंबर) को दिवाली के दिन सुबह से ही कई इलाकों में आतिशबाजी शुरू हो गई थी जो शाम होते ही बड़े पैमाने पर बढ़ती चली गई. राजधानी के कमोबेश हरेक इलाके समेत एनसीआर में हर तरफ रात करीब 10 बजे तक चंद सेकेंड के अंतराल पर 90 डेसीबल की आवाज की सीमा को पार कर पटाखों का शोर सुना जाता रहा है.
दिल्ली में कहां कितना प्रदूषण
इसकी वजह से प्रदूषण भी सामान्य से कई गुना बढ़ गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़े के अनुसार दिल्ली में सोमवार (13 नवंबर) की सुबह ही एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 296 रहा जो सामान्य से करीब छह गुना अधिक है. cpcb के मुताबिक -PM 2.5 सुबह 6 बजे लोनी गाजियाबाद में एक्यूआई- 414 था जबकि नोएडा सेक्टर 62 में - 488 , पंजाबी बाग - 500 और रोहिणी में एक्यूआई 456 रहा है.
पूरे देश के साथ राजधानी दिल्ली में भी हर्षोल्लास के साथ दिवाली का त्योहार मना है. देश की राजधानी रविवार (12 नवंबर) शाम जगमगाती नजर आई. इस बीच शाहपुर जट और हौज खास इलाके में लोगों ने जमकर पटाखे फोड़े. इलाके के पार्क में कई लोगों को पटाखे फोड़ने के लिए इकट्ठा होते देखा गया.
दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर दिल्ली
वही वायु गुणवत्ता मापने वाले स्विस समूह IQAir के डाटा के मुताबिक सोमवार को दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित शहर है. यहां सुबह 5:00 बजे दिल्ली में वायु गुणवत्ता का स्तर 514 पर है जो खतरनाक रूप में चिन्हित है. मौसम एजेंसी aqicn.org के अनुसार दिल्ली के आनंद विहार क्षेत्र में वायु प्रदूषण सबसे खराब दर्ज किया गया है. यहां सुबह 5:00 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 969 था जो खतरनाक स्तर पर है. यह सामान्य से 20 गुना अधिक है.
इन इलाकों में हुई आतिशबाजी
न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिणी दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश इलाके में भी कुछ लोगों ने पटाखे फोड़े. शाम साढ़े छह बजे के बाद रुक-रुककर पटाखों की आवाजें आती रहीं. कुछ इलाकों में कम और कुछ इलाकों में ज्यादा तीव्रता वाले पटाखे फोड़े गए. हालांकि, लक्ष्मी नगर के इलाकों के निवासियों के अनुसार, पिछले साल की तुलना में इस साल आतिशबाजी न के बराबर हुई है.
8 सालों में सबसे अच्छी थी हवा की गुणवत्ता
दिवाली पर राजधानी दिल्ली में इस साल साफ हवा ने पिछले 8 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, राजधानी में रविवार सुबह साफ आसमान और खिली धूप के साथ हुई और शहर के वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 218 रहा, जो पिछले 8 साल में दिवाली के दिन सबसे कम था. रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में पिछले साल दिवाली पर एक्यूआई 2022 में 312, 2021 में 382, 2020 में 414, 2019 में 337, 2018 में 281, 2017 में 319 और 2016 में 431 दर्ज किया गया था.
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 7 नवंबर को कहा था कि बेरियम युक्त पटाखों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश हर राज्य पर लागू होता है. वायु प्रदूषण से जूझ रहे दिल्ली NCR के लिए भी सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कर लिया था की राजधानी में आतिशबाजी नहीं होनी चाहिए.
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