दिल्ली: ठंड ने देश में दस्तक दे दी है और हर साल की तरह इस बार भी ठंड का आगमन होते ही प्रदूषण से दिल्ली- एनसीआर वालों का दम घुटने लगता है. लेकिन इस बार कोरोना वायरस से पहले ही से लोग जूझ रहे हैं. साथ ही प्रदूषण अब दुगनी मार साबित होगा लोगों के लिए क्योंकि प्रदूषण से कोरोना वायरस का भी ख़तरा बढ़ेगा.
सफर की माने तो इस बार दिल्ली एनसीआर में धुएं की उम्मीदवारी बढ़ सकती है. इस हफ्ते हवा की गुडवत्ता के स्तर में भी गिरावट आएगी. सफर का ये अनुमान आज दिल्ली के कई इलाक़ों में सही साबित हुआ. दिल्लीएनसीआर के कई इलाक़ों में हवा की गुडवत्ता का स्तर 300 के पार पहुंच गया. सफर का ये भी कहना है के अगले दो तीन दिनों में हालात और भी ख़राब हो सकतें हैं.
तापमान के गिरावट के साथ स्मोग की परत नज़र आएगी
आज सुबह दिल्ली एनसीआर में स्मोग की चादर छाई रही. जैसा के पहले ही मौसम पर नज़र रखने वाली संस्था 'स्काइमेट' ने आगाह किया था कि बुधवार याने आज हवा की गुडवत्ता बेहद ख़राब होगी क्यूंकि हवा की गति धीमी और पूर्वी ओर बहेगी. साथ ही साथ तापमान में भी गिरावट होगी जिससे स्मोग की परत नज़र आएगी.
जब हवा की गति धीमी होती है उससे धूल के कण हवा में ही जम जाते हैं जिससे स्मोग की चादर छा जाती है. इस बार पराली जलने की घटना पहले ही शुरू हो चुकी है. ‘सफर’ के मुताबिक रविवार को पराली जलाने की बारह सौ तीस घटनाएं हुर्इं. पिछले साल के रिकॉर्ड को ये तोड़ती नज़र आ रही है. इस बार ख़तरा लेकिन दुगना है क्यूंकि देश में कोरोना वायरस व्यापक है. ऐसे में आज दिल्ली एनसीआर के ज़्यादातर इलाक़ों में हवा 'बेहद ख़राब' रही. सुबह के समय में स्मोग की परत छाई रही.
दिल्ली के द्वारका सेक्टर - 8 में हवा की गुडवत्ता का स्तर बेहद ख़राब 337 रहा
दिल्ली का आनंद विहार जो हर साल ही पदूषण का हॉटस्पॉट बना रहता है वहां पर हवा की गुडवत्ता का स्तर -308 रहा. जो बहुत ख़राब की श्रेणी में आता है. दरअसल आनंद विहार में काफ़ी आवाजाही रहती है. यहां पर दिल्ली और यूपी के बस अड्डे है और साथ ही रेलवे स्टेशन, मेट्रो स्टेशन भी है जिस वजह से आनंद विहार में काफ़ी ज़्यादा भीड़ रहती है.
प्रदूषण से निपटने के लिए आनंद विहार में दिल्ली ईस्ट एमसीडी लगातार रासायन और पानी का छिड़काव करवा रहा है. आज भी एमसीडी ने आनंद विहार में सुबह छिड़काव का कार्य चल रहा था. अब तक दिल्ली में प्रदूषण 'ख़राब' था लेकिन आज स्थति 'बेहद ख़राब' हो गई.
आज हवा इतनी ज़हरीली हो गई के उसका स्तर 300 के पार ही पहुंच गया. जो अब तक 300 के अंदर था. जैसा के मौसम के जानकारों का मनना है आने वाले दिनों में प्रदूषण बढ़ने की संभवना काफ़ी ज़्यादा है.
नॉएडा और ग़ज़िआबाद में भी प्रदूषण का आकड़ा 300 के पार
जब हरियाणा और पंजाब में पराली जलाने का कार्य किया जाता है तब प्रदूषण की मुसीबत केवल दिल्ली पर नहीं टूटती बल्कि दिल्ली से सटे नॉएडा और ग़ज़ियाबाद में भी ज़हर घोलती है. आज भी दिल्ली से सटे नोएडा और ग़ज़ियाबाद में हवा का हाल बेहाल नज़र आया. यहां पर भी सुबह स्मोग की चादर छाई रही. बात करें नोएडा की तो हवा की गुडवत्ता 308 तक पहुंच गई. वहीं ग़ज़ियाबाद की हवा की गुडवत्ता का स्तर 308 रहा. दोनों ही शहरों में हवा ज़हरीली हो चुकी है. जैसे जैसे दिल्ली एनसीआर में ठंड बढ़ेगी वैसे ही ज़हर हवाओं में घुलना शुरू हो जाएगा.
पराली के जलने के कारण हर साल ही दिल्ली, एनसीआर गैस चैम्बर बन जाता है. और इस बार सफर की माने तो पराली की घटनाओ में इज़ाफ़ा आया है जिससे साफ ज़ाहिर होता है के इस बार प्रदूषण की समस्या और भी गहराएगी.
जानिए क्या होता है ऐ. क्यू. आई 300 से पार जाने का मतलब
केंद्र प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड ने उनकी वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक हवा की गुडवत्ता के अलग-अलग स्तर अलग-अलग तरह से लोगों को प्रभावित करतें हैं.
दिल्ली एनसीआर वालों को फिलहाल प्रदूषित हवा से राहत मिलती नज़र नहीं आ रही है. मौसम पर नज़र रखने वाली संस्था ‘स्काईमेट’ ने पहले ही अगाह किया था कि बुधवार-गुरुवार से हवाओं की स्पीड और तापमान कम होने लगेगी जिसकी वजह से स्मोग की परत छा सकती है. ‘सफर एजेंसी’ के मुताबिक, पंजाब-हरियाणा और आसपास के इलाकों में पराली जलाने के मामले पिछले साल के मुक़ाबले बढ़ें हैं.
0-50 अच्छा- काफ़ी कम प्रभाव
51-100 संतोषजनक- केवल स्वेदन शील लोगों को सांस की समस्या
101-200 माध्यम- लंग्स, अस्थमा, दिल की बीमारी से जूझ रहे लोगों को होगी सांस लेने में दिक्कतें
201-300 ख़राब - सांस लेने में कठिनाई
301-400 बेहद ख़राब - ज़्यादा देर बाहर रहने पर सांस लेने की दिक्कतें
401-500 हानिकारक - स्वास्थ लोगों पर प्रभाव और सांस संबधित बीमारी होने वालों के लिए अत्यंत हानिकारक
आजी सुबह दिल्ली- एनसीआर की हवा की गुडवत्ता 'बेहद ख़राब' रही. 300 के पार जाने पार दूषित हवा सीधा फेफड़ों पर असर डालती है.
पहले से ही देश में कोरोना वायरस व्यापक है जो लंग्स को अटैक करता है और अब पर्दूषण से भी लोगों का दम घुटने लगा है. ऐसे में दोनों ही मुसीबतें एक साथ आ कार आम आदमी के सेहत पर वार करेंगी.
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