स्वास्थ्य मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में खुली स्वास्थ्य सेवाओं की पोल, एक माली ले रहा कोरोना जांच के नमूने
माली का कहना है कि बीएमओ द्वारा उसे जो काम सौंपा गया है, वह वही कर रहा है. माली न बताया कि वह अब तक 278 लोगों के कोरोना नमूने ले चुका है.
रायसेन (मध्य प्रदेश): रायसेन जिले के सांची शासकीय सिविल अस्पताल में एक माली कोविड-19 जांच के लिए लोगों के नमूने ले रहा है. इस माली का नाम हल्के राम है और वह इस अस्पताल में दैनिक वेतन पर कार्यरत है, जिसे असलियत में अस्पताल परिसर के पेड़-पौधों की देखरेख के लिए रखा गया है. यह अस्पताल मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी के विधानसभा क्षेत्र सांची में आता है और रायसेन जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर है.
सिविल अस्पताल सांची की विकासखंड चिकित्सा अधिकारी (बीएमओ) डॉ. राज्यश्री तिड़के ने मंगलवार को बताया, ‘‘अस्पताल में पदस्थ लगभग आधा स्टॉफ कोरोना पॉजिटिव हो चुका है. कर्मचारियों की कमी के कारण से ही इस माली से लोगों के कोरोना नमूने लेने का काम कराया जा रहा है.’’ उन्होंने कहा कि वह सांची सिविल अस्पताल में स्टॉफ की कमी के बारे में पहले ही वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों को जानकारी दे चुकी हैं.
एमपी अजब है ये स्वास्थ्य मंत्री @DrPRChoudhary के क्षेत्र साँची का अस्पताल है और #Corona के सैम्पल लेने का काम अस्पताल के माली हल्के राम सम्भाले हुये हैं, और मंत्री जी उधर दमोह में प्रचार कर रहे हैं @ABPNews @Deepak_Scribe @VishvasSarang @SanjayBragta @awasthis @upmita pic.twitter.com/ZGzkbnI9B1
— Brajesh Rajput (@brajeshabpnews) April 13, 2021
मीडियाकर्मियों ने कुछ लोगों के नमूना लेते हुए इस माली को सोमवार को अपने कैमरे में कैद कर लिया. जब मीडियाकर्मियों ने इसके बारे में माली हल्के राम को पूछा तो उसने बताया, ‘‘बीएमओ द्वारा उसे जो काम सौंपा गया है, वह कर रहा है. मैं अब तक 278 लोगों के कोरोना नमूने ले चुका हूं और अभी भी ले रहा हूं.’’ मंगलवार को भी यह माली लोगों के कोरोना नमूने ले रहा है.
वहीं, अस्पताल में भर्ती कई मरीजों ने बताया कि अस्पताल के कर्मचारी ड्यूटी पर मौजूद नहीं रहते हैं. अस्पताल में पदस्थ ड्रेसर एवं अन्य कर्मचारी भी गायब हैं. डिलीवरी के लिए आने वाली महिलाओं को पास के शहरों विदिशा या रायसेन रेफर कर दिया जाता है. उन्होंने कहा कि उन्होंने इस संबंध में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी एवं कलेक्टर उमाशंकर भार्गव से भी शिकायतें की है, लेकिन व्यवस्था में सुधार नहीं आया.
इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी से प्रतिक्रिया लेने के लिए कई बार फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका.