Pope Francis On Franco Mulakkal: 2018 में रेप के आरोपों के चलते पादरी संबंधी कर्तव्यों से अस्थायी रूप से मुक्त किए जा चुके फ्रैंको मुलक्कल ने जालंधर के बिशप पद से इस्तीफा दे दिया है. ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने जालंधर के बिशप के रूप में रिटायर्ड रेवरेंड फ्रैंको मुलक्कल की ओर से सौंपे गए इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है. 2018 में पोप फ्रांसिस ने ही उन्हें कार्यमुक्त किया था.


भारत में अपोस्टोलिक ननसिएचर के बयान में लिखा गया, ''जालंधर के सूबे (धर्मप्रांत) के संबंध में उपरोक्त मामले में अभी विभाजनकारी स्थिति को देखते हुए रिटायर्ड रेवरेंड मुलक्कल की ओर से इस्तीफे का अनुरोध किया गया, न कि सूबे की भलाई के लिए एक अनुशासनात्मक उपाय के तौर पर जिसे एक नए बिशप की जरूरत है.''






नन रेप केस में पिछले साल हुए थे बरी


एक नन ने मुलक्कल पर रेप का आरोप लगाया था. केरल के कोट्टायम की एक अदालत ने पिछले साल जनवरी में मुलक्कल को मामले में बरी कर दिया था. कोट्टायम की अतिरिक्त जिला अदालत के न्यायाधीश ने अपने आदेश में कहा था कि पीड़िता अपना बयान बदलती रही है. जून 2018 में नन ने मुलक्कल के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें कहा था कि 2014 से 2016 के बीच मुलक्कल ने उसका यौन शोषण किया.


कोट्टायम पुलिस ने जून 2018 में ही मुलक्कल के खिलाफ रेप का मामला दर्ज किया था. मामले में विशेष जांच दल ने मुलक्कल को सितंबर 2018 में गिरफ्तार किया था. नवंबर 2019 में मामले में सुनवाई शुरू हुई थी जो 10 जनवरी को मुलक्कल के बरी होने के साथ ही पूरी हो गई थी. मामले में नन ने निचली अदालत के फैसले के खिलाफ केरल हाई कोर्ट का रुख किया था. 


मुलक्कल ने अपने इस्तीफे के बारे में क्या कहा?


मुलक्कल ने एक वीडियो में अपने इस्तीफे की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि आज (1 जून) उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया. फ्रैंको मुलक्कल फिलहाल जालंधर के बिशप एमेरिटस की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. इस साल आठ फरवरी को उनकी पोप से मुलाकात हुई थी.


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