शरद पवार के खिलाफ पोस्ट: सुप्रिया बोलीं- विकृत मानसिकता समाज के लिए अच्छी नहीं
एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि उनका पालन-पोषण मध्यवर्गीय मराठी मूल्यों में हुआ और किसी को गाली देना उनकी संस्कृति का हिस्सा नहीं है.
मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सांसद सुप्रिया सुले ने रविवार को कहा कि विकृत मानसिकता समाज के लिए ठीक नहीं है. उन्होंने अपने पिता और एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बारे में मराठी अभिनेत्री केतकी चिताले द्वारा कथित रूप से साझा किए गए आपत्तिजनक पोस्ट के मद्देनजर यह बात कही. चिताले को शनिवार को नवी मुंबई से उस पोस्ट को लेकर गिरफ्तार किया गया था, जिसे उसने कथित तौर पर अपने फेसबुक पेज पर साझा किया था.
बताया जा रहा है कि चिताले द्वारा साझा की गई पोस्ट को किसी और ने लिखा था. इसमें कथित तौर पर एनसीपी अध्यक्ष का जिक्र करते हुए ‘नरक इंतजार कर रहा है’ और ‘आप ब्राह्मणों से नफरत करते हैं’ जैसे वाक्यांश शामिल थे.
‘यह संस्कृति का मुद्दा है’
सुले ने नासिक में कहा, ‘‘मैं उन्हें नहीं जानती. यह संस्कृति का मुद्दा है. मैं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस और मनसे प्रमुख राज ठाकरे की शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने ऐसी पोस्ट के खिलाफ आवाज उठाई.’’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह चिताले के खिलाफ एनसीपी कार्यकर्ताओं के विरोध का समर्थन करती हैं, बारामती की सांसद ने कहा कि यह उस संस्कृति के बारे में है, जब कोई आपके माता-पिता और उनकी मौत चाहता है जिनको आप सार्वजनिक जीवन में आदर्श मानते हैं. सुले ने कहा कि विकृत मानसिकता समाज के लिए अच्छी नहीं है.
नवी मुंबई के कलम्बोली थाने के बाहर शनिवार को एनसीपी की महिला शाखा की कार्यकर्ताओं ने चिताले पर काली स्याही और अंडे फेंके थे. शिवसेना नेता और मुंबई की पूर्व महापौर किशोरी पेडनेकर ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में उम्र और वरिष्ठता का सम्मान करना चाहिए. पेडनेकर के मुताबिक अभिनेत्री ने कहा था कि वह बीमार थी.
‘चिताले पर हमले का समर्थन नहीं’
सुले ने कहा कि वह एनसीपी की महिला कार्यकर्ताओं द्वारा चिताले पर हमले का समर्थन नहीं करती हैं. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का दुरुपयोग गंभीर है. सुले ने कहा कि उनका पालन-पोषण मध्यवर्गीय मराठी मूल्यों में हुआ और किसी को गाली देना उनकी संस्कृति का हिस्सा नहीं है.
सुले ने पूछा कि किसी के पिता की मृत्यु या किसी व्यक्ति की मृत्यु के बारे में बोलना या कामना करना किस संस्कृति में फिट बैठता है? चिताले के सोशल मीडिया पोस्ट के बारे में पूछे जाने पर सुले ने कहा कि कुछ लोगों ने उनके फेसबुक पेज पर कुछ लिखा है. सुले ने कहा कि यह किसी भी कानून में फिट नहीं बैठता और कानून अपना काम करेगा.
एक दिन पहले मुंबई में आयोजित अपनी जनसभा में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा केंद्रीय एजेंसियों की आलोचना करने के बारे में पूछने पर सांसद सुले ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग एक हकीकत है.
सुले ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री और एनसीपी नेता अनिल देशमुख को निशाना बनाया गया था. केंद्र ने देशमुख पर रिकॉर्ड 109 छापे मारे थे. इन एजेंसियों को एक और छापेमारी करनी पड़ी क्योंकि उन्हें 108 बार कुछ नहीं मिला. यह एक पाखंड है.’’
‘बढ़ती कीमतों से बढ़ा कोई मुद्दा नहीं’
सुले ने कहा कि वह मुद्रास्फीति, पेट्रोल, डीजल और एलपीजी सिलेंडर की बढ़ती कीमतों जैसे मुद्दों से ज्यादा महत्वपूर्ण किसी चीज को नहीं मानतीं. उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री से सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाने और बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाने के लिए क्या किया जा सकता है, इस पर तत्काल चर्चा करने का अनुरोध करती हैं.
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले द्वारा सहयोगी एनसीपी को ‘पीठ पर वार करने वाला’ कहने पर सुले ने कहा कि अक्सर उन लोगों की आलोचना की जाती है जिनसे हमें उम्मीदें होती हैं.