नई दिल्ली: विधानसभा चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा को लेकर बनी फैक्ट फाइंडिंग कमिटी ने गृह मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंप दी. इसको लेकर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि कमिटी की तरफ से जो रिपोर्ट दी गई को गृहमंत्रालय के द्वारा जांच करेंगे और इस मामले में जो भी कदम उठाने होंगे, हम उठाएंगे.


जी किशन रेड्डी ने कहा, “पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के संदर्भ में कमेटी का गठन किया गया था. उसने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. चुनाव के बाद 25 लोगों की हत्या हुई हैं. 15000 हिंसा की घटनाएं हुई और 7000 महिलाओं के ऊपर अत्याचार हुआ है.”


इसके साथ ही उन्होंने कहा, “16 ज़िलों में राजनीतिक हिंसा हुई. हिंसा के दौरान हुए नुक़सान के कारण लोग डरकर दूसरे राज्यों की तरफ़ चले गए हैं. कमेटी द्वारा दी गई रिपोर्ट को हम गृह मंत्रालय के द्वारा जांच करेंगे. मामले में जो भी कदम उठाने होंगे हम उठाएंगे.”


रिपोर्ट में क्या कुछ है?


फैक्ट फाइंडिंग कमिटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हिंसा के दौरान एक पार्टी विशेष के समर्थकों को निशाना बनाया गया था. इस हिंसा में राजनीतिक कार्यकर्ताओं को साथ गुंडे और माफिया भी शामिल थे. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि जिन लोगों ने वोट नहीं दिया, उनके साथ मारपीट की गई और एक दल विशेष को वोट नहीं देने को कहा गया था. महिलाओं के साथ रेप किया गया. लोगों के घर तोड़ दिए गए.


साथ ही रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि हिंसा के बाद पीड़ितों को पुलिस के पास जाने से भी रोका गया. जांच कमेटी ने बंगाल सरकार से पीड़ितों को राहत पैकेज देने की बात कही है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस हिंसा के सभी घटनाओं में केस दर्ज करे.


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