Mumbai Chabad house Security: मुंबई के चाबड़ हाउस पर एक बार फिर आतंकी हमले का साया मंडरा रहा है. मुंबई पुलिस को मिले खुफिया इनपुट को निकालने के बाद कोलाबा में स्थित इस हाउस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. मुंबई 26/11 के आतंकी हमलों में भी इस भवन ने हमलों का दंश झेला था.
देश की आर्थिक राजधानी में स्थित इस यहुदी भवन की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला मुंबई पुलिस ने उनको मिले कुछ खुफिया इनपुट मिलने के बाद लिया है. महाराष्ट्र एटीएस ने कुछ दिन पहले पुणे पुलिस से मोहम्मद इमरान मोहम्मद यूनुस खान और मोहम्मद यूनुस मोहम्मद याकूब साकी को हिरासत में लिया था और मामले की जांच कर रहे थे और इसी जांच के दौरान उनके पास से पुलिस को चाबड हाउस की गूगल इमेज मिली, लिहाजा पुलिस ने इसकी सुरक्षा बढ़ा दी है.
क्या है चाबड़ हाउस?
चबाड हाउस यहुदी समुदाय के लोगों का सामुदायिक केंद्र है, जहां पर वह अपने समुदाय के लोगों को हर तरह की सामाजिक सुरक्षा और जरूरत पड़ने पर सहयोग उपलब्ध करवाता है. चाहे फिर वह बच्चों के लिए शिक्षा हो, जवान लोगों के लिए रोजगार हो, या फिर बुढ़े लोगों के लिए उनकी धार्मिक और स्वास्थ्य की मदद हो. एक तरह से चबाड हाउस यहुदी समुदाय का केंद्र बिंदु होता है.
26/11 हमले के वक्त चबाड़ हाउस क्यों बना था निशाना?
26/11 हमले के दौरान भी चबाड़ हाउस को निशाना बनाने की कई वजहें थी लेकिन पहली वजह इजरायल को सबक सिखाना था. दरअसल इजरायल और फिलिस्तीन का झगड़ा बहुत पुराना है लेकिन मिडिल ईस्ट में इजरायल से जीत पाना संभव नहीं था लिहाजा भारत में हमले के वक्त विशेष रूप से इजरायल को संदेश देने के लिए यहां हमला किया गया था.
दूसरा मुख्य कारण यहां पर बड़ी संख्या में अमेरिका, यूरोप और इजरायल से आए हुए लोग अपना वक्त गुजारते हैं. ऐसे में उनकी हत्या कर दुनिया भर की मीडिया अटेंशन हासिल करनी थी. गौरतलब है कि मुंबई हमलों में कुल 174 लोग मारे गये थे और 300 से अधिक घायल हो गये थे.