Power Crisis: बिजली संकट पर ऊर्जा मंत्री के बयान पर मनीष सिसोदिया का निशाना, बोले- केंद्र की आंखें बंद करने की नीति खतरनाक
Delhi Power Crisis: मनीष सिसोदिया ने कहा कि सरकार ने कोयला संकट पर गलत जानकारी दी. उन्होंने कहा कि जैसे ऑक्सीजन संकट में लोग मरे थे, वैसे यहां भी त्राही त्राही मचेगी.
Delhi Power Crisis: दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बिजली सकंट को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. दिल्ली में बिजली संकट केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने कहा कि दिल्ली को जितनी ज़रूरत है उतनी बिजली मिल रही है और आगे भी मिलती रहेगी. उनके बयान पर अब मनीष सिसोदिया ने कहा है कि संकट पर केंद्र सरकार आंख बंद कर लेती है. उन्होंने कहा कि अगर किल्लत है तो सरकार स्वीकार करे.
मनीष सिसोदिया ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, "केंद्र सरकार आज जिस मोड पर पहुंच गई है, इससे ऐसा लगता है कि भारतीय जनता पार्टी से केंद्र सरकार नहीं चल पा रही है." उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले आक्सीजन की कमी हुई थी. केंद्र सरकार मानने को तैयार नहीं थी कि देश में आक्सीजन की कमी है.
मनीष सिसोदिया ने कहा कि सरकार ने कोयला संकट पर गलत जानकारी दी. उन्होंने कहा, "जैसे ऑक्सीजन संकट में लोग मरे थे, वैसे यहां भी त्राही त्राही मचेगी."
मनीष सिसोदिया ने कहा कि आंखे बंद करने की जो नीति है वो बहुत खतरनाक है. उन्होने कहा, "पूरे देश से आवाज़ उठ रही है कि ये कोयला संकट है. और ये कोयला संकट अंत में बिजली संकट में तब्दील हो सकता है. जिसका बहुत बड़ा संकट देश को झेलना होगा. देश ठप हो जाएगा. देश का सिस्टम ठप हो जाएगा."
मनीष सिसोदिया ने कहा कि कई मुख्यमंत्रियों ने चिठ्ठी लिखी. दिल्ली, पंजाब, आंध्र प्रदेश, पंजाब की सरकारों ने कहा है कि कोयला संकट है. लेकिन ये (केंद्र सरकार) मानने को तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर अगर कोयला संकट है तो कम से कम स्वीकार तो किजिए.
बिजली संकट पर ऊर्जा मंत्री क्या बोले
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने बिजली संकट पर कहा है कि दिल्ली को जितनी ज़रूरत है उतनी बिजली मिल रही है और आगे भी मिलती रहेगी. दिल्ली ही नहीं देश के सभी पावर स्टेशन को ज़रूरत के हिसाब से गैस मिलती रहेगी. टाटा ने मैसेज भेजकर पैनिक किया लिहाज़ा उनको चेतावनी दी गयी. अगर इस तरह से होगा तो उनको कार्रवाई होगी. ये गैर जिम्मेदाराना है.
आरके सिंह ने कहा कि आज की तारीख में 4 दिन से ज़्यादा का स्टॉक है. कल 1.8 मिलीयन टन की ज़रूरत थी उससे ज़्यादा का स्टॉक मिला. अभी 4 दिनों का स्टॉक है और धीरे धीरे बढ़ रहा है. पहले की तरह भले ही 17 दिन का स्टॉक नहीं है लेकिन 4 दिन से ज़्यादा है और आने वाले दिनों में और बेहतर होगा. मंत्री ने कहा कि हमारी मांग बढ़ी है. हमने थोड़ा आयात कम किया है. उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है.
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