देश की राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में कोयले की किल्लत के चलते बिजली संकट पैदा हो गया है. दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर पर्याप्त कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित करने का आग्रह किया है. वहीं सीसीएल के एमडी और चेयरमैन पीएम प्रसाद ने कहा कि 'हमारे पास इस वक्त 6.6 मिलियन टन कोयले का भंडार है.' उन्होंने बताया कि इसमें से रोजाना 2 लाख टन वितरित किया जाता है जिस कारण हमारा स्टॉक 30 दिन तक चलेगा.
उन्होंने आगे कहा, सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड के पास 6 मिलियन टन से अधिक कोयला स्टॉक है. हमने पंजाब, हरियाणा, यूपी, बिहार और झारखंड में बिजली संयंत्रों को प्रतिदिन 1.85 लाख टन भेजने का लक्ष्य रखा है. अंतर-मंत्रालयी समूह स्थिति की निगरानी कर रहा है. पीएम प्रसाद आगे कहते हैं कि, हमारे पास उत्तर में सात बिजली प्लांट हैं जिनमें पंजाब, हरियाणा, यूपी और बिहार में एनटीपीसी प्लांट, झारखंड में तेनुघाट समेत अन्य शामिल हैं. अप्रैल महीने में औसतन 1.85 लाख टन भेजा है. वहीं पिछले 6 दिनों में ये संख्या 2 लाख तक पहुंच गई है. वहीं, मई महीने में ये बढ़कर 2.20 लाख टन हो सकती है.
कोल इंडिया लगभग 17.5 लाख टन प्रतिदिन निकाल रहा- पीएम प्रसाद
कुल मिलाकर कोल इंडिया लगभग 17.5 लाख टन प्रतिदिन निकाल रहा है. 50-60 हजार और करना है जिसमें हमारा (सीसीएल) का हिस्सा 20 हजार टन है. उन्होंने बताया कि, पिछले 15 से 20 दिनों में हम प्रतिदिन दो रैक की आपूर्ति कर रहे हैं, जो आवश्यक है. हमारे पास एक महीने का स्टॉक है. मुझे लगता है कि अगले एक सप्ताह या 10 दिनों में इसमें सुधार होगा, इस अप्रैल में कोल इंडिया में लगभग 25% की उत्पादन वृद्धि हुई है और कोल इंडिया ने 35 लाख टन भेजा है.
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