मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट तक बिजली बंद करने के बाद दीया जलाकर, टार्च या मोबाइल से रोशनी करने की अपील की थी. इस अपील से से पावर ग्रिड के मैनेजर्स की चिंता बढ़ गयी है क्योंकि वे इस दौरान ग्रिड की स्थिरता सुनिश्चित करने की तैयारी में जुट गए हैं.


ग्रिड के एकीकृत संचालन के लिए जिम्मेदार पावर सिस्टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन (पीओएसओसीओ) यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है कि ग्रिड के संभावित ठप होने के कारण ग्रिड पर कोई दबाव नहीं आए और और देश भर में बिजली ठप ना हो.


केंद्रीय ऊर्जा नियामक प्राधिकरण (सीईआरए) ग्रिड के सामान्य संचालन के लिए 49.95-50.05 हर्त्ज के फ्रीक्वेंसी बैंड की अनुमति देता है और बिजली संचरण में अचानक किसी तरह की कमी आने की विसंगति पर ग्रिड ठप हो सकता है.


उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को देश के नाम अपने संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ''आज लॉकडाउन को 9 दिन हो रहे हैं. इस दौरान आपने जिस प्रकार अनुशासन का परिचय दिया है वो प्रशंसा के योग्य है. आपने जिस प्रकार 22 मार्च रविवार के दिन कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले सभी लोगों का धन्यवाद किया वो सभी देशों के लिए मिसाल है. इससे साबित हुआ देश एक होकर लड़ाई लड़ रहा है.''


इसके आलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से लाइट बंद कर दीया जलाने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा,'' हम पांच अप्रैल रविवार को रात 9 बजे अपने घरों की लाइट बंद कर के नौ मिनट तक घर के दरवाजे पर या बालकनी में खड़े रहकर मोमबत्ती या मोबाइल की लाइट जलाए. दुनिया को प्रकाश की ओर जाना है. ऐसा करने से एहसास होगा कि हम अकेले नहीं हैं.''


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