चीन पर बिजली मंत्री का बड़ा बयान- जो देश हमारे जवान मारता है, उससे सामान खरीदने की इजाजत नहीं दे सकते
बिजली मंत्री आर के सिंह ने कहा, चीन से किसी भी तरह का सामान खरीदने की इजाजत नहीं दी जा सकती है. ऐसा करके हम चीन में रोजगार पैदा कर रहे हैं जो मंजूर नहीं है.
नई दिल्ली: चीन के खिलाफ देशभर में गुस्सा हर दिन बढ़ता ही जा रहा है. हर दिन चीनी सामानों और कंपनियों के बहिष्कार की खबरें आ रही हैं. इसी क्रम में बिजली मंत्री आर के सिंह ने आज एक बड़ा बयान दिया है. आर के सिंह ने कहा है कि जो देश हमारे जवानों को मारता है और हमारी जमीन हड़पने की कोशिश करता है उससे किसी भी तरह का सामान खरीदने की इजाजत नहीं दी जा सकती है. ऐसा करके हम चीन में रोजगार पैदा कर रहे हैं जो मंजूर नहीं है.
"भारत में बनने वाले उपकरण बाहर से नहीं खरीदें" केंद्रीय बिजली मंत्री ने बयान चीन से मंगाए जा रहे बिजली के उपकरणों के संबंध में राज्यों के बिजली मंत्रियों के साथ बैठक में दिया. आर के सिंह ने साफ-साफ कहा कि हम चीन और पाकिस्तान से बिजली उपकरणों की खरीद पूरी तरह बंद करना चाहते हैं. कम से कम ऐसे उपकरण जो भारत में बनते हैं उनकी खरीद तो पूरी तरह बंद करना ही होगा. आयात रोकने के लिए चीन और पाकिस्तान को 'Prior Reference' देशों की श्रेणी में डाला जाएगा. इन देशों से कोई भी सामान मंगाने के लिए पहले सरकार से इजाजत लेनी पड़ेगी.
सौर ऊर्जा उपकरणों पर ड्यूटी बढ़ाई गई सरकार ने हाल ही में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में उपयोग होने वाले चीनी उपकरणों की भारत में डंपिंग रोकने के लिए बेसिक कस्टम ड्यूटी बढ़ाने का फैसला किया है. कस्टम ड्यूटी में 25 फीसदी बढोत्तरी का फैसला लिया गया है जो 1 अगस्त से प्रभावी हो जाएगा. अगले साल इसे और बढ़ाकर 40 फीसदी कर दिया जाएगा. देश में सौर ऊर्जा में लगने वाले उपकरणों का करीब 80 फीसदी हिस्सा चीन और बाकी देशों से मंगाया जाता है. अगर सामान्य बिजली उपकरणों की बात की जाए तो 2018-19 में 71000 करोड़ का सामान विदेशों से आया था जिसमें महज चीन से 21000 करोड़ का सामान शामिल था. आर के सिंह ने ये भी कहा कि चीन से आने वाले उपकरणों का साइबर अटैक जैसे मामलों में भी दुरुपयोग होने का खतरा रहता है.
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