Small Savings Scheme: वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में सुकन्या समृद्धि, पीपीएफ और एनएससी की क्या हैं ब्याज दरें?
पांच साल की सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम पर 7.4 प्रतिशत की ब्याज दर मिलती रहेगी. सेविंग्स अकाउंट पर ब्याज पहले की तरह चार प्रतिशत होगा.
सरकार ने गुरुवार को पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (पीपीएफ) और राष्ट्रीय सेविंग्स सर्टिफिकेट (एनएससी) जैसी छोटी बचत योजनाओं पर वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के लिए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. इन योजनाओं पर 2020-21 की पहली तिमाही से ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. पीपीएफ, एनएससी पर सालाना ब्याज दर पहली तिमाही में क्रमश: 7.1 प्रतिशत और 6.8 प्रतिशत बनी रहेगी.
वित्त मंत्रालय ने कहा, 'विभिन्न छोटी बचत योजनाओं के लिए 2022-23 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. यानी इन योजनाओं पर वही ब्याज मिलेगा जो, चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च, 2021) में था.' लघु बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों को तिमाही आधार पर नोटिफाई किया जाता है. एक साल की मियादी जमा पर ब्याज दर एक अप्रैल, 2022 से शुरू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 5.5 प्रतिशत होगी. वहीं लड़कियों के लिए बचत योजना सुकन्या समृद्धि योजना पर 7.6 प्रतिशत ब्याज प्रतिशत मिलेगा.
नोटिफिकेशन के मुताबिक, पांच साल की सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम पर 7.4 प्रतिशत की ब्याज दर मिलती रहेगी. सेविंग्स अकाउंट पर ब्याज पहले की तरह चार प्रतिशत होगा. एक साल से पांच साल की अवधि के लिए मियादी जमा पर ब्याज 5.5 प्रतिशत से 6.7 प्रतिशत होगा. जबकि पांच साल की आवर्ती जमा (आरडी) पर 5.8 प्रतिशत ब्याज मिलेगा.
इस महीने की शुरुआत में, ईपीएफओ या कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने 2021-22 के लिए ब्याज दर को चार दशक के निचले स्तर 8.1% से कम करने का फैसला किया. 2020-21 के लिए दर 8.5% थी.
किसान विकास पत्र सालाना 6.9% चक्रवृद्धि की पेशकश करना जारी रखेगा और निवेश की गई राशि 124 महीनों (10 वर्ष और 4 महीने) में दोगुनी हो जाएगी. बता दें कि 1 अप्रैल, 2022 से डाकघर वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, मासिक आय योजना और सावधि जमा खातों पर नकद में ब्याज देना बंद कर देंगे. ब्याज केवल खाताधारक के डाकघर बचत खाते या बैंक खाते में ही जमा किया जाएगा.
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