कोरोना वायरस की वजह से भारत में गरीब तबके के ऊपर दोहरी मार पड़ी है. महामारी की वजह से लाखों लोग अपना रोजगार गंवा चुके हैं. जून महीने से ही सरकार ने अनलॉक 1 की शुरुआत करके जिंदगी को दोबारा पटरी पर लाने की कोशिश शुरू की. लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अभी लोगों की जिंदगी पहले के जैसे पटरी पर आती हुई दिखाई नहीं दे रही है. इसी को देखते हुए पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का नवंबर तक विस्तार करने का फैसला किया है. पीएम मोदी ने कहा है कि सरकार आने वाले पांच महीने में 80 करोड़ लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए इस योजना पर 90 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी.


क्या है प्रधानमंत्री गरीब कल्याणा योजना अन्न योजना


लॉकडाउन की वजह से एक झटके में लाखों लोगों की नौकरियां चली गईं. इसी वजह से देश में ना सिर्फ आजादी के बाद का सबसे बड़ा पलायन देखा गया बल्कि करोड़ों लोगों के भूखे मरने के हालात भी पैदा हो गए थे. इन्हीं लोगों को राहत पहुंचाने के लिए पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की शुरुआत की थी. इस योजना के तहत देश के 80 करोड़ लोगों को हर महीने 5 किलो गेहूं या 5 किलो चावल के साथ एक किलो चना देने का एलान किया गया. शुरुआत में इस योजना के लिए 60 हजार करोड़ रुपये का बजट रखा गया.


मंगलवार को देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने प्रधानंत्री गरीब कल्याण योजना का नवंबर तक विस्तार करने का एलान किया. पीएम ने कहा कि 80 करोड़ लोगों को हर महीने 5 किलो गेहूं या 5 किलो चावल के साथ एक किलो चना नवंबर तक मिलना जारी रहेगा. योजना के विस्तार के लिए पीएम मोदी ने अगले पांच महीने के लिए 90 हजार करोड़ रुपये देने का एलान किया है.


एक शख्स को रोजाना मिलेंगे करीब 8 रुपये


प्रधानमंत्री के एलान के बाद यह सवाल खड़ा होता है कि 90 हजार करोड़ रुपये में से एक व्यक्ति के हिस्से में कितने रूपये आएंगे. अगर हिसाब लगाया जाए तो 90 हजार करोड़ रूपये से 80 करोड़ लोगों को फायदा होना है इसलिए एक व्यक्ति के हिस्से में 5 महीने यानी कि 150 दिन के अंदर 1125 रुपये आएंगे. अगर नवंबर तक रोजाना होने वाले फायदे का हिसाब लगाया जाए तो इस योजना के तहत रोजान एक व्यक्ति को 7.5 रुपये मिलेंगे.


यह हिसाब सिर्फ जुलाई से नवंबर के बीच खर्च होने वाले 90 हजार करोड़ रुपये का है. इसमें सरकार द्वारा पिछले तीन महीनों में खर्च किए गए 60 हजार रुपये का हिसाब शामिल नहीं है.


'एक राष्ट्र एक राशन कार्ड' पर दिया जोर


अपने 16 मिनट के संबोधन ने पीएम मोदी ने 'एक राष्ट्र एक राशन कार्ड' के मुहिम पर भी जोर दिया. पीएम मोदी ने कहा कि एक राशन कार्ड की व्यवस्था भी की जा रही है. 'एक राष्ट्र एक राशन कार्ड' योजना के जरिए देश के किसी भी कोने में व्यक्ति को राशन मिल पाएगा. पीएम का कहना है कि इस योजना का फायदा उन लोगों को मिलेगा जो कि रोजगार की जरूरत के लिए अपना गांव-शहर छोड़कर दूसरे राज्यों में जाते हैं.


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