महान दार्शनिक प्लेटो ने कहा है कि ज्ञान की कमी अनेक समस्याओं की मूल वजह है और हम जानते हैं कि ज्ञान प्राप्त करके ही अज्ञानता को दूर किया जा सकता है. एबीपी न्यूज़ अपने दर्शकों को सबसे पहले देश-दुनिया की तमाम खबरें पहुंचाने के साथ-साथ दर्शकों का ज्ञानवर्धन भी करता है. इसी कड़ी में आपके अपने चैनल पर आ रहा है आपका पसंदीदा शो- 'प्रधानमंत्री सीजन-2'. इस शो में दर्शकों को आजादी के आंदोलन के बाद समाज और सियासत को बेहद ही आसान तरीके से समझाया जाएगा. इस शो के पहले सीजन को दर्शकों ने काफी सराहा है और इससे हर उम्र के लोगों फायदा मिला है.


प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स हों या समाज और राजनीति को करीब से जानने समझने की ललक रखने वाले कोई भी आम और खास सभी को 'प्रधानमंत्री' शो से जानने-समझने और कुछ नया सीखने का मौका मिला है. ये शो अपनी विश्वसनीयता की वजह से एक खास पहचान रखता है और स्कूल-कॉलेजों में शिक्षक और प्रोफेसर अपने छात्रों को इसे देखने के लिए कहते हैं. यहां हम आपको भोपाल के एक ऐसे ही शिक्षक के बारे में बताने जा रहे हैं जो एबीपी न्यूज़ के इस शो के माध्यम से अपने छात्रों को पढ़ा-लिखा रहे हैं.


भोपाल के रहने वाले लक्ष्मीशरण मिश्रा एक सिविल सर्विसेज क्लब चलाते हैं. वह हिस्ट्री के टीचर हैं और छात्रों को इस तरह से पढ़ने की कोशिश करते हैं जो कि बोरिंग न हो और जिससे छात्रों को विषय समझने में आसानी हो. आजाजी के बाद के भारतीय इतिहास को रोचक ढंग से छात्रों को पढ़ाने के लिए वह किसी ऐसी चीज की तलाश में थे जिससे उनका काम आसान हो जाए. उनकी ये खोज तब पूरी हुई जब उन्हें एबीपी न्यूज़ के शो- 'प्रधानमंत्री' के बारे में पता चला. लक्ष्मीशरण के मुताबिक इस शो में इतिहास के इस रोचक हिस्से को काफी जीवंत तरीके से दिखाया गया है. उनके मुताबिक ये शो देखने के बाद छात्र कभी इतिहास के इस हिस्से को भूलते नहीं हैं.


प्रधानमंत्री सीरीज पर करते हैं क्विज का आयोजन


लक्ष्मीशरण मिश्रा बताते हैं कि उन्होंने इस क्विज का पहली बार आयोजन साल 2016 में किया था. तब से हर छह महीने पर इसका आयोजन किया जाता है. इस क्विज के आयोजन पर लक्ष्मीशरण का कहना है, ''वैसे तो बच्चों के लिए बहुत अच्छे कार्यक्रम मौजूद हैं, पर प्रधानमंत्री जैसा अच्छा कार्यक्रम बच्चों को दिखाने के लिए जरूरी है कि एक तो उनमें प्रतियोगिता हो, दूसरा उनके प्रोत्साहन के लिए हम एक Cash प्राइज रखते हैं, बहुत सारे रिवॉर्ड्स रखते हैं. हमने सोचा प्रतियोगिता के बहाने, Cash प्राइज रिवॉर्ड्स के बहाने और पूरे शहर में इसको ओपन कर देने से शायद बच्चे इसे बहुत अच्छे तरीके से देख पाएं. एक-एक बच्चे ने एक-एक सीरीज को दस-दस बार देखा. उससे जुड़ा हुआ एडिशनल रिसर्च किया. विकिपिडिया पर जाकर चीजें देखी, उसके नोट्स बनाए. उन्हें परीक्षा में भी बहुत फायदा मिला.''


'प्रधानमंत्री' सीजन 2 का कर रहे बेसब्री से इंतजार


लक्ष्मीशरण मिश्रा कहते हैं उन्हें और उनके स्टूडेंट्स को 'प्रधानमंत्री' सीजन 2 का बेसब्री से इंतजार है. इस बारे में वह कहते हैं, ''हम निश्चित तौरत पर चाहेंगे कि जहां तक हमने पहले सीजन में देखा तो उसके बाद की चीजें हमें आगे दिखाई जाए. एक लंबा दौर निकल चुका है प्रधानमंत्री सीजन-1 के खत्म हुए, तबसे लेकर हमारे देश में राजनीतिक स्पेस पर, सोशल, इकोनॉमिक स्पेस पर बहुत घटनाएं हो चुकी हैं. उन घटनाओं को समेटना अपने आप में बहुत मुश्किल होता है. खासतौर पर ऐसे दौर में जब इनफॉर्मेशन का दौर है और हर दिन इतनी सारी इनफॉर्मेशन आ रही है, तो अगर किसी एक एपिसोड में हमें पांच-सात साल की चीजें एक जगह मिल जाती है वो भी बड़े लाइव तरीके से तो इससे अच्छा कुछ नहीं हो सकता. हम बहुत उत्सुकता के साथ उसका इंतजार कर रहे हैं.''


इस तरह से मिला बच्चों को 'प्रधानमंत्री' सीरीज से फायदा


इस बारे में बताते हुए लक्ष्मीशरण कहते हैं कि छात्रों को इस सीरीज से दो-तीन तरीके से फायदा मिला है. वह कहते हैं, '' UPSC एग्जाम में तो बहुत ही एक्सट्रा ऑर्डिनरी फायदा होता है. UPSC असल में चाहती है कि जो आज के समय के परेशानियां है हमारे देश में जो भी सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक मुद्दे हैं उनपर छात्रों की अच्छी समझ हो. इस समझ को विकसित कराने में यह सीरीज बहुत काम आती है. इस कारण से सिविल सर्विसेज में तो यह समझिए कि किसी भी किताब से ज्यादा महत्वपूर्ण यह सीरीज हो जाती है. सिविल सर्विसेज में भोपाल से पिछले पांच सात साल में जो आठ-दस बच्चे निकले हैं, उनमें से मुझे पता है कि शायद एक-दो को छोड़ दिया जाए तो मैंने सबको अपने प्रधानमंत्री क्विज में पार्टिशिपेंट के तौर पर देखा है, जो आगे चलकर सिविल सर्विसेज में सलेक्ट हुए.'' उन्होंने कहा, ''इसके अलावा ऐसे बच्चे क्योंकि हम ग्रेजुएट ग्रूमिंग करते हैं तो जिन्हें आगे चलकर न्यूज़ मीडिया में जाना है, डेवलेपमेंट सेक्टर में जाना है, उनके लिए भी यह सीरीज इस देश की समझ डेवलप करने में बहुत मददगार होती है.''


यहां लक्ष्मीशरण मिश्रा खुद बता रहे हैं इस सीरीज से छात्रों को हुए फायदे के बारे में