मुंबई: दाऊद इब्राहिम के करीबी इकबाल मिर्ची के साथ कथित लैंड डील के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल से कल 12 घंटे तक पूछताछ की. जानकारी के मुताबिक ईडी प्रफुल्ल पटेल से अगले हफ्ते एक बार फिर से पूछताछ कर सकती है. दरअसल ईडी का आरोप है कि पटेल के परिवार की तरफ से प्रमोटेड कंपनी और इकबाल मिर्ची के बीच डील हुई थी. आरोप है कि इस डील के जरिए मिलेनियम डिवेलपर्स को मिर्ची का वर्ली स्थित प्लाट दिया गया. प्लॉट पर मिलेनियम डिवेलपर्स ने 15 मंजिला कमर्शियल और रेजिडेंशल इमारत बनाई है.


ईडी के एक अधिकारी ने शुक्रवार रात को दावा किया कि पटेल ने जांच में ‘‘सहयोग नहीं’’ दिया. यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें शनिवार को दोबारा बुलाया जाएगा इस पर अधिकारी ने कोई टिप्पणी नहीं की. हालांकि उन्होंने बताया कि पटेल और रियल एस्टेट समूह एचडीआईएल के बीच कथित संबंधों को लेकर उनका भविष्य में एचडीआईएल के राकेश वधावन से आमना-सामना कराया जा सकता है.


उन्होंने बताया कि शुक्रवार को पूछताछ के दौरान पटेल से करीब 50 सवाल पूछे गए. संप्रग सरकार में पूर्व केंद्रीय मंत्री पटेल सुबह करीब साढ़े 10 बजे दक्षिण मुंबई में बल्लार्ड एस्टेट स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे थे. वह सही 12 घंटे बाद ईडी कार्यालय से निकले. विमानन घोटाले से जुड़े धन शोधन के एक अन्य मामले में ईडी पटेल से पहले ही पूछताछ कर चुका है.


ईडी के अधिकारियों के अनुसार, पटेल की ‘‘मिलेनियम डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड’’ ने 2006-07 में सीजे हाउस नामक एक इमारत का निर्माण किया था. इस इमारत की तीसरी और चौथी मंजिल मिर्ची की पत्नी हाजरा इकबाल के नाम स्थानांतरित कर दी गई. जिस जमीन पर इमारत बनाई गई, बताया जाता है कि वह जमीन मिर्ची की है. पटेल और उनकी पार्टी ने सौदे में कुछ भी गलत किए जाने से इंकार करते हुए कहा है कि संपत्ति के दस्तावेज बताते हैं लेकिन ‘‘लेन-देन पूरी तरह साफ सुथरा और पारदर्शी है.’’


हाल ही में पटेल ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान अपने कथित सौदे की खबरों को ‘‘कोरी अटकलें’’ बताकर खारिज कर दिया था. वहीं, नागपुर में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक (पीएमसी बैंक) में करोड़ों रुपये के घोटाले में पटेल के खिलाफ जांच कराने की मांग की. पटेल का नाम लिये बिना जावड़ेकर ने कहा, ‘‘कुछ लोग ईडी जांच का सामना कर रहे हैं... पीएमसी बैंक दिवालिया मामले में भी उनकी भूमिका की जांच होनी चाहिए.’’