नई दिल्ली: स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका रखने वाले जलियांवाला बाग गोलीकांड के शताब्दी वर्ष में केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय ने बलिदान भूमि की मिट्टी को राष्ट्रीय संग्रहालय में स्थापित करने का फैसला किया है. केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने जलियांवाला बाग से लाई मिट्टी का एक कलश आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेंट भी किया.


संसद भवन में पीएम मोदी से मुलाकात के बाद एबीपी न्यूज़ से बातचीत में पर्यटन मंत्री पटेल ने बताया कि हमने जलियांवाला बाग के शताब्दी वर्ष में संकल्प लिया था को वहां ही मिट्टी को दिल्ली लेकर आएंगे. इसी क्रम में प्रधानमंत्री को जलियांवाला बाग बलिदान भूमि की मिट्टी से भरा एक कलश भेंट किया गया. हालांकि पीएम हमें यह कलश लौटाया. अब हम इसे नेशनल म्यूज़ियम में स्थापित करेंगे. ताकि जो लोग वहां न जा सकें और दिल्ली आएं तो इसके दर्शन कर सकें.


संस्कृति मंत्रालय योजना है कि बाद में इस मिट्टी को लालकिले में स्थित जलियांवाला बाग और शहीद स्मारक प्रदर्शनी में इसे ले जाएंगे. ताकि आने वाली पीढ़ियां इसे याद रख सकें. अमृतसर के जलियांवाला बाग के नरसंहार कांड को 13 अप्रैल 2019 को 100 साल पूरे हो गए.


संसद के दोनों सदनों से पास हो गया जलियांवाला बाग संशोधन बिल, जानिए इसके बारे में सबकुछ


महज़ दो दिन पहले ही राज्यसभा में जलियांवाला बाग संशोधन कानून पारित किया गया जिसमें राष्ट्रीय स्मारक की प्रबंधन व्यवस्था में बदलाव करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष के न्यास के पदेन सदस्य होने का अधिकार खत्म कर दिया. हालांकि प्रह्ललाद पटेल ने सदन विधेयक पारित किए जाने के जलियांवाला बाग की मिट्टी भेंट किए जाने को केवल संयोग करार दिया.