Suraj Revanna: 'फार्महाउस पर जबरदस्ती की...', प्रज्वल रेवन्ना के भाई पर युवक ने लगाए सेक्शुअल हैरेसमेंट के आरोप
Suraj Revanna Sexual Assault Case: जेडीएस के नेता सूरज रेवन्ना के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उन्हीं के पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई
Suraj Revanna: कर्नाटक पुलिस ने जनता दल सेक्युलर के नेता सूरज रेवन्ना के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया है. सूरज निलंबित JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना के भाई हैं. मामले को लेकर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उन्हीं के पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस के मुताबिक, सूरज रेवन्ना के खिलाफ ये मामला होलेनर्सीपुरा ग्रामीण पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया. दरअसल, खुद उनकी पार्टी के नेता ने ही उनके खिलाफ DGP के ऑफिस में जाकर शिकायत दर्ज कराई थी. युवक ने आरोप लगाया है कि सूरज रेवन्ना ने फार्महाउस पर जबरदस्ती की और समलैंगिक संबंध बनाए. पुलिस ने सूरज पर सेक्शुअल हैरेसमेंट का केस दर्ज कर लिया है.
रेवन्ना बोले- झूठे आरोपों में फंसाया जा रहा
हसन के एसपी मोहम्मद सुजीथा ने बताया कि शिकायत के बाद पुलिस ने सूरज रेवन्ना पर आईपीसी की धारा 377 (अप्राकृतिक अपराध), धारा 506 (आपराधिक धमकी), धारा 342 (गलत तरीके से बंधक बनाना) और धारा 34 (साझा इरादे से कई लोगों द्वारा किया गया कृत्य) के तहत FIR दर्ज की. बता दें कि सूरज रेवन्ना ने बीते रोज (22 जून) शिकायत दर्ज कराई थी कि उनको झूठे यौन उत्पीड़न के मामले में फंसा कर 5 करोड़ रुपये वसूलने की कोशिश की जा रही है.
शिकायतकर्ता ने की थी 5 करोड़ की मांग
शिकायत खुद उनके सहयोगी एचएल शिवकुमार ने दर्ज कराई है. उन्होंने बताया कि शिवकुमार ने 6 महीनों पहले और इसके बाद जून में नौकरी की तलाश के चलते सूरज से मुलाकात की थी. शिवकुमार के मुताबिक सूरज ने कहा था कि वर्तमान में उनको नौकरी दिलाना संभव नहीं हो पाएगा, लेकिन भविष्य में इसपर विचार किया जा सकता है. इसके बाद सूरज से शिवकुमार ने 5 करोड़ रुपयों की मांग की और पैसे न देने पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने की धमकी दी.
आरोपों को किया खारिज
इस पूरे मामले में सूरज रेवन्ना ने उनके खिलाफ लगे आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया है. सूरज का कहना है कि मैं इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज करता हूं, ये एक राजनीतिक साजिश है.शिकायतकर्ता के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई है. सच्चाई सामने आने दीजिए. मुझे देश के कानून पर पूरा भरोसा है.