नई दिल्ली: केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने केरल में एक गर्भवती जंगली हथिनी की पटाखों से भरा अनानास खिलाने से हुई मौत पर गंभीर संज्ञान लेते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति में पटाखे खिलाना और हत्या करना शामिल नहीं है. सोशल मीडिया पर बवाल मचाने वाली इस घटना के बारे में ट्वीट करते हुए जावड़ेकर ने कहा कि सरकार दोषियों को सजा देने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी.


उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘केंद्र सरकार ने मलप्पुरम में एक हथिनी की हत्या पर गंभीर संज्ञान लिया है. हम इस घटना की उचित जांच करने और दोषियों को पकड़ने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे. पटाखे खिलाना और हत्या करना भारतीय संस्कृति में शामिल नहीं हैं.’’


बुधवार रात को एक बयान में जावड़ेकर ने केरल में गर्भवती जंगली हथिनी की क्रूरता से हत्या करने के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का वादा किया था. जावड़ेकर ने कहा, ‘‘पर्यावरण मंत्रालय ने केरल में एक हथिनी की मौत पर गंभीर संज्ञान लिया है. घटना की रिपोर्ट मांगी है. दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.’’


गौरतलब है कि इस घटना में कथित तौर पर स्थानीय लोगों ने हथिनी को पटाखों से भरा अनानास खाने के लिए दिया जो उसके मुंह में जाकर फट गया जिससे उसकी मौत हो गई. हथिनी की 27 मई को वेल्लियार नदी में मौत हुई. सूत्रों ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि हथिनी गर्भवती थी. सूत्रों ने बताया कि अनानास चबाने के बाद वह कुछ भी नहीं खा पा रही थी और यह अनानास उसके मुंह में फट गया.


मेनका ने पूछा- राहुल ने कोई एक्शन क्यों नहीं लिया


मेनका ने कहा कि राहुल ने खुद वो जगह (वायनाड) चुनी थी और आराम से जीत कर आए. अब जब खुद चुना है तो बजाए कि वो पूरे देश को ठीक करें , वो अपने क्षेत्र को ठीक पहले करें. राहुल गांधी उसी इलाके से आते हैं, उन्होंने कोई एक्शन क्यों नहीं लिया. राहुल गांधी केरल के वायनाड से सांसद हैं और जिस मल्लापुरम जिले में ये घटना घटी उसके तीन विधानसभा क्षेत्र वायनाड लोकसभा में हैं.


मेनका गांधी ने घटना को लेकर किया ट्वीट
हथिनी की मौत को लेकर मेनका गांधी ने ट्वीट कर कहा, ''ये हत्या है, मल्लापुरम ऐसी घटनाओं के लिए कुख्यात है, यह देश का सबसे हिंसक राज्य है. उदाहरण के लिए यहां लोग सड़कों पर जहर फेंक देते हैं जिससे 300 से 400 पक्षी और कुत्ते एक साथ मर जाएं.''


क्या है पूरा मामला


बता दें कि केरल में एक हथिनी के साथ हैवानियत की एक अजीबो गरीब घटना सामने आई जब कुछ लोगों ने उसे पटाखों से भरा अनानास खिला दिया. पटाखे उसके मुंह में फट गए और गर्भवती मादा हाथी की मौत हो गई. शिकारी इस तरीके को खास तौर से जंगली सूअरों को पकड़ने के लिए इस्तेमाल करते हैं. यह मामला उस वक्त सामने आया, जब उत्तरी केरल के मलप्पुरम में एक फॉरेस्ट अफसर ने इस घटना को अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया.


फॉरेस्ट अफसर के शेयर करते ही ये पास्ट वायरल हो गई और इसे करीब 1200 लोगों ने शेयर किया.


रेस्क्यू टीम में शामिल मोहन कृष्णन ने फेसबुक पर लिखा, मादा हाथी खाने की तलाश में जंगल से पास के गांव में पहुंच गई थी. यहां वह इधर उधर घूम रही थी. इसके बाद उसे कुछ लोगों ने पटाखे भरे अनानास खिला दिए.


मोहन कृष्णन आगे लिखा, पटाखे इतने असरदार थे, कि उसका मुंह और जीभ बुरी तरह से जख्मी हो गए. वह खाने की तलाश में पूरे गांव में भटकती रही. दर्द के चलते वह कुछ खा भी नहीं सकी. मादा हाथी ने घायल होने के बावजूद किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया, किसी पर हमला भी नहीं किया. वह बहुत सीधी और शांत थी.


कृष्णन ने आगे लिखा, मादा हाथी खाने की खोज में वेल्लियार नदी तक पहुंच गई क्योंकि उसके पेट में बच्चा था. वो पानी में खड़ी हो गई. पानी में मुंह डालने से उसे थोड़ा आराम भी मिला. जब हाथी की दयनीय स्थिति फॉरेस्ट अफसरों को पता चली, तो वे दो कुमकी हाथियों, सुरेंद्रन और नीलाकंतन को घायल हाथी को वलियार नदी से बाहर निकालने के लिए ले आए.बड़ी मुश्किल के बाद पानी से बाहर निकाला गया, लेकिन उसकी मौत हो गई.