नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा. राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा है कि लॉकडाउन के चारों चरण फेल रहे हैं. अब राहुल गांधी के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पलटवार किया है. प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस पर ऐसे नाजुक वक्त में भी राजनीति करने का आरोप लगाया है.


प्रकाश जावड़ेकर ने कहा,'' लॉकडाउन से तीन दिन पहले भारत में कोविड-19 के मामले दोगुना बढ़ रहे थे. अब यह 13 दिन में दोगुना हो रहे हैं. देश कोरोना के महामारी के आपदा से लड़ रहा है. पूरे देश को एक आवाज़ में बोलना चाहिए पर कांग्रेस ऐसे समय में भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रही है. आज की राहुल गांधी की प्रेस कांफ्रेंस इसी का उदाहरण है.''


क्या कहा था राहुल गांधी ने


राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा है कि लॉकडाउन के चारों चरण फेल रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले 21 दिनों का लॉकडाउन किया, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ. पीएम मोदी को बताना चाहिए की उनकी आगे की रणनीति क्या है.


राहुल गांधी ने कहा, ‘’जो होना था वह नहीं हुआ. देश को मालूम होना चाहिए कि सरकार की क्या रणनीति है. लॉकडाउन को लागू हुए करीब 60 दिन पूरे हो चुके हैं. लेकिन ये महामारी घटने के बजाय दिन पर दिन बढ़ती जा रही है.’’ उन्होंने कहा, ‘’प्रवासी मजदूर परेशान हैं. सरकार उनकी परेशानियों और मुसीबतों को कैसे दूर करेगी?’’


मोदी सरकार विपक्ष को गंभीरता से नहीं लेती? इस सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि हमारा काम सरकार पर दबाव डालना है. मैंने फरवरी में ही कह दिया था कि हालात और खतरनाक होंगे.'' रोजगार को लेकर राहुल ने कहा कि सरकार को आर्थिक मोर्चे पर बहुत काम करने की जरूरत है. सरकार को लोगों को कैश देना चाहिए. सरकार कम से कम 50 फीसदी गरीबों के खाते में 7500 रुपए महीना कैश ट्रांस्फर करे.