पुणे : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शनिवार को कहा कि तेजी से बदले माहौल में सशस्त्र बलों पर देश का भरोसा बरकरार है. यहां कॉलेज ऑफ मिलिट्री इंजीनियरिंग (सीएमई) के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, "तेजी से बदलते माहौल में एक चीज है, जो नहीं बदली है, वह पूरे देश का सेना पर भरोसा है."


कॉलेज की स्थापना सन् 1943 में की गई थी


भारतीय सेना के प्रौद्योगिकी तथा रणनीतिक प्रशिक्षण संस्थान से एम.टेक तथा बी.टेक के 71 छात्र पास हुए. कॉलेज की स्थापना सन् 1943 में की गई थी. राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय सेना के इंजीनियरों ने प्रतिष्ठित राष्ट्रीय परियोजनाओं में अपनी पारंपरिक छाप छोड़ी है, चाहे वह सियाचिन में तेल पाइपलाइन हो या पूर्वोत्तर में प्रतिष्ठित नौसेना अड्डे और एयरफील्ड हों या हिमालयी क्षेत्र की सड़कें हों.


मुझे विश्वास है कि उच्च मानदंडों का पालन करेंगे : राष्ट्रपति


उन्होंने कहा, "मुझे विश्वास है कि आप सभी शानदार काम करने वाले अपने पूर्ववर्ती इंजीनियरों के पद चिन्हों पर चलेंगे और उच्च मानदंडों का पालन करेंगे, जिनकी आपसे अपेक्षा की जाती है."