नई दिल्ली: देश के 13वें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल आज खत्म हो रहा है. आज शाम वो राष्ट्रपति के तौर पर देश के लोगों को आखिरी बार संबोधित करेंगे. राष्ट्र के नाम उनका ये संबोधन शाम साढ़े सात बजे हो सकता है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 25 जुलाई, 2012 को भारत के 13वें राष्ट्रपति की जिम्मेदारी संभाली थी.


राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आज राष्ट्रपति भवन में एक विदाई रात्रिभोज भी देंगे. इस भोज में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, तमाम केंद्रीय मंत्री, राजनीतिक पार्टियों के नेता और अन्य प्रमुख लोग शामिल होंगे.


प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति के पद की प्रतिष्ठा और गरिमा बढ़ाई: हामिद अंसारी


इससे पहले राष्ट्रपति मुखर्जी को कल संसद के सेंट्रल हॉल में विदाई दी गई. इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री मोदी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और विपक्ष के तमाम अहम नेता मौजूद थे. इस मौके पर दिए भाषण में प्रणब मुखर्जी ने पीएम मोदी की खुलकर तारीफ की.



राष्ट्रपति मुखर्जी ने कहा, ‘’मैं पीएम मोदी के जोश और उर्जा के मुरीद हो गया हूं और उनकी यादों को अपने साथ लेकर जा रहा हूं.’’ अपने भाषण में उन्होंने कहा, ‘’मुझे हर कदम पर देश में मूलभूत बदलाव के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जोश और ऊर्जा से भरी सलाह और सहयोग का फायदा मिला है’’


राष्ट्रपति मुखर्जी ने अपने भाषण में अध्यादेश का सहारा लेने की बढ़ती प्रवृत्ति और संसद में चर्चाओं के घटते स्तर पर चिंता भी जाहिर की.


मुखर्जी ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है विधान निर्माण हेतु समर्पित संसद का समय कम होता जा रहा है.’’ उन्होंने सुझाव दिया, ‘’प्रशासन की लगातार बढ़ती जटिलता को देखते हुए विधानों को संसद में रखे जाने से पूर्व ही इनकी संवीक्षा की जानी चाहिए और उन पर पर्याप्त चर्चा की जानी चाहिए.’’ प्रणब दा ने आगे कहा, ‘’जब संसद कानून बनाने की अपनी भूमिका में असफल रहती है या चर्चा किये बिना कानून बनाती है, तो यह संसद के प्रति लोगों के विश्वास को खंडित करता है.’’


81 साल के प्रणब मुखर्जी अब राष्ट्रपति भवन छोड़कर दिल्ली के 10 राजाजी मार्ग पर रहेंगे. पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम भी राष्ट्रपति पद से मुक्त होने के बाद अपने निधन तक इसी बंगले में रहे थे. कलाम के निधन के बाद 10 राजाजी मार्ग केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा को आवंटित किया गया था. राष्ट्रपति मुखर्जी को आवंटित किये जाने के बाद महेश शर्मा ने 10 राजाजी मार्ग का बंगला खाली कर दिया और 10 अकबर रोड के बंगले में चले गये.



इससे पहले प्रणब मुखर्जी देश के विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री, और वित्त मंत्री समेत कई अहम जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं. अपने बेहद लंबे राजनीतिक सफर के दौरान प्रणब दा पांच बार राज्य सभा सांसद और दो बार लोकसभा सांसद चुने गए. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के उत्तराधिकारी और देश के अगले राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद कल यानी मंगलवार को शपथ ग्रहण करेंगे.