Prashant Kishor: प्रशांत किशोर की वो 4 भविष्यवाणियां, जो साबित हुईं झूठ, जब पूछा गया सवाल तो सकपका गए PK
Lok Sabha Election Results: चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर किए गए तमाम दावे गलत निकले. इस पर पीके ने कहा, इसमें कोई ईगो नहीं है. कोई भी गलत साबित हो सकता है.
बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए ने लगातार तीसरी बार सरकार बना ली है. हालांकि, इस बार के ज्यादातर एग्जिट पोल गलत साबित हुए हैं. इन एग्जिट पोल में बीजेपी के 350 से 400 सीटें जीतने की संभावना जताई गई थी. हालांकि, बीजेपी सिर्फ 240 पर सिमट गई. 2014 और 2019 की तुलना में बीजेपी का ये सबसे बुरा प्रदर्शन है. इस बार एग्जिट पोल तो गलत साबित हुए ही, साथ ही तमाम राजनीतिक विश्लेषकों की भविष्यवाणियां भी गलत साबित हुईं. इन्हें लेकर अब ये राजनीतिक विश्लेषकों सवालों के घेरे में आ गए.
इसी तरह चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर किए गए तमाम दावे गलत निकले. चुनाव नतीजों के बाद एक चैनल को दिए इंटरव्यू में पीके से पूछा गया कि लोकसभा चुनाव को लेकर उनके तमाम दावे और भविष्यवाणियां गलत साबित हुईं. क्या राजनीतिक विश्लेषकों को नंबर से बचना चाहिए.
इंटरव्यू के दौरान एंकर ने पूछा,
- आपने कहा था कि बीजेपी 2019 जैसा प्रदर्शन करेगी और 2019 के 303 के आंकड़े के बराबर या उससे ज्यादा सीटें हासिल करेगी. लेकिन ये नहीं हुआ.
- आपने दावा किया था कि कांग्रेस को 100 से कम सीटें मिलेंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
- आपने कहा था कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी. लेकिन ये भी नहीं हुआ.
- आपने कहा था कि राजस्थान और महाराष्ट्र में बीजेपी को इतना नुकसान नहीं होगा, इसे बीजेपी साउथ से पूरा कर लेगी. ये भी सही साबित नहीं हुआ.
इन सवालों के जवाब में पीके हां में हां मिलाते नजर आए. उन्होंने कहा, ठीक है...इसमें कोई ईगो नहीं है. कोई भी गलत साबित हो सकता है. इस चुनाव में अखिलेश यादव हीरो साबित हुए हैं, लेकिन पिछले चुनाव में उन्होंने दावा किया था कि 400 सीटें आएंगी, लेकिन उनकी 125 सीटें आईं, इसका ये मतलब नहीं कि उनकी राजनीतिक समझ खत्म हो गई. अमित शाह ने बंगाल विधानसभा चुनाव में 200 सीटें जीतने का दावा किया, लेकिन नहीं आईं, इसका ये मतलब नहीं है कि उन्हें राजनीतिक समझ नहीं है.
राहुल गांधी ने एमपी में कहा, हमारी सरकार बहुमत के साथ आ रही है. लेकिन कांग्रेस एमपी विधानसभा चुनाव में बुरी तरह हार गई. इसका मतलब ये नहीं है कि उन्हें समझ नहीं है. इस चुनाव को लेकर मैं कहूंगा, हां मेरे नंबर गलत साबित हुए. लेकिन जो लोग कह रहे थे कि बीजेपी को 180 सीटें मिलेंगी, वे भी गलत साबित हुए हैं. इसी तरह जो लोग कह रहे थे कि बीजेपी की सरकार आएगी, सरकार आई. हालांकि, सीटों के नंबर जरूर गलत साबित हुए हैं.