पटना: चुनावी रणनीतिकार और जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर को ममता बनर्जी ने राज्य सभा भेजने का प्रस्ताव दिया है. ममता बनर्जी के प्रस्ताव को लेकर प्रशांत किशोर के करीबी का कहना है कि यह सच है कि प्रस्ताव आया है पर अभी राज्य सभा जाने के बारे में कुछ सोचा नहीं है. इसके पहले एक खबर आई थी कि ममता बनर्जी प्रशांत किशोर को सुरक्षा देना चाहती थीं लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया था.
प्रशांत किशोर जब जेडीयू में थे उस वक्त बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें बिहार विकास मिशन का एडवाइजर यानि सलाहकार नियुक्त किया था लेकिन उन्होंने स्वीकार नहीं किया और लिखित पत्र देकर इनकार कर दिया. प्रशांत किशोर इन दिनों ममता बनर्जी के लिए रणनीतिकार की हैसियत से काम कर रहे हैं जबकि बिहार में राजनेता के तौर पर काम करना चाहते हैं. खबर ये यह है कि फिलहाल वह राज्य सभा वाली पारी नहीं खेलना चाहते हैं. क्योंकि वह अभी किसी एक पार्टी से बंधकर नहीं रहना चाहते हैं.
पश्चिम बंगाल में राज्यसभा की 5 सीटें खाली हो रही है. पश्चिम बंगाल में अगले महीने होने वाले राज्यसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व नए चेहरों को मौका देगी. जानकारी के मुताबिक, चार सीटों पर उम्मीदवारों का चयन लगभग कर लिया गया है. पांचवीं सीट पर उम्मीदवार के बारे में पार्टी ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है.
तृणमूल सूत्रों के मुताबिक, "राष्ट्रीय राजनीति में परिस्थितियों को देखते हुए और अधिक सक्रिय राजनेताओं और राज्यसभा सांसदों की आवश्यकता है. इसलिए प्रशांत किशोर को मौका मिल सकता है. खासकर तब जब प्रशांत किशोर ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. इससे टीएमसी को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी बात रखने में सहायता मिलेगी. बाकी बचे सीटों पर जिन लोगों को मौका मिल सकता है उन संभावितों में दिनेश त्रिवेदी, मौसम नूर के नाम शामिल हैं."