जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी को लेकर बड़ा दावा किया. प्रशांत किशोर ने सोमवार (30 सितंबर) को कहा कि कांग्रेस के हालात में थोड़ा सुधार हुआ है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने पिछले दो साल में काफी मेहनत की है.


न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में प्रशांत किशोर ने 1977 में इंदिरा गांधी के प्रदर्शन का जिक्र कर राहुल गांधी को नसीहत दी. उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने 1977 के चुनाव में अपनी सबसे बड़ी हार देखी थी, उस दौरान कांग्रेस ने 154 सीटें जीती थीं. उन्होंने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव को राहुल गांधी की जिंदगी की सबसे बड़ी जीत के तौर पर पेश किया जा रहा है, जिसमें कांग्रेस ने 99 सीटें जीती हैं.


'राहुल गांधी अभी कांग्रेस नेता, देश के नेता नहीं'


चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस में राहुल गांधी का नेतृत्व स्थापित हो चुका है, लेकिन वो कांग्रेस के नेता के तौर पर स्थापित हुए हैं, ना कि देश के नेता के तौर पर. उन्होंने कहा कि उनकी दादी इंदिरा गांधी के कमजोर प्रदर्शन और राहुल गांधी के सबसे बेहतर प्रदर्शन के बीच अंतर साफ है.


उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी का नेतृत्व कांग्रेस में स्थापित हो चुका है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस को देश का नेता बनने के लिए अब लंबा रास्ता तय करना है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की हालत में थोड़ा सुधार हुआ है.


'राहुल गांधी को तय करना है लंबा रास्ता'


प्रशांत किशोर ने कहा कि बीते दो साल में राहुल गांधी ने कोशिशें की हैं और इसका उन्हें फायदा हुआ है. उन्होंने कहा कि ये दिखाता है कि राहुल गांधी को अभी देश का नेता बनने के लिए लंबा रास्ता तय करना है. 


जन सुराज के संस्थापक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घटती लोकप्रियता और तीसरे कार्यकाल में कमजोर सरकार बनने की भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि तीसरे कार्यकाल में पीएम नरेंद्र मोदी कमजोर प्रधानमंत्री के तौर पर सामने आए हैं. उनकी लोकप्रियता और ताकत घट रही है.


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