Prashant Kishor On Nitish Kumar: राजनीतिक विश्लेषक प्रशांत किशोर ने एक बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा है कि जनता दल (यूनाइटेड) को 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान 17 सीटों की पेशकश की गई थी. बिहार के गोपालगंज में पत्रकारों से बात करते हुए किशोर ने कहा कि जब सीटें आवंटित की गईं, तो यह निर्णय लिया गया कि जेडीयू एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) का साथ छोड़ देगी. 


उन्होंने ये भी कहा है कि नीतीश कुमार चाहते थे कि बिहार में लालू यादव का जंगल राज लौटे. इसके अलावा, किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना की. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री के रूप में लौटने के बाद नीतीश कुमार ने एनडीए से बाहर निकलने से इनकार कर दिया था.


नीतीश ने कही थी ये बात


इससे पहले, प्रशांत किशोर ने दावा किया था कि उन्होंने नीतीश कुमार को मार्च 2022 में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ गठबंधन के बारे में बताया था. किशोर ने यह भी कहा कि कुमार ने उन्हें 'महागठबंधन' में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था.


प्रशांत किशोर ने बताया नीतीश कुमार का प्लान!


प्रशांत किशोर ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, 'नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को चुना, क्योंकि वो जानते थे कि 2025 के बाद वो मुख्यमंत्री नहीं होंगे और चाहते थे कि बिहार की स्थिति और खराब हो, क्योंकि तब लोग सोचेंगे कि नीतीश कुमार बेहतर हैं और फिर उन्हें चुनेंगे. वो अपने पद को जारी रखना चाहते हैं, इसलिए वो नहीं चाहते कि कोई उनसे बेहतर सत्ता में आए.'


प्रशांत किशोर ने जोर देकर कहा कि नीतीश कुमार की विचारधारा है कि अगर यादव सत्ता में आते हैं और लालू यादव का जंगलराज राज्य में लौटता है तो लोग चाहेंगे कि कुमार वापस आएं और सोचें कि वो बेहतर थे.


'मुझे महागठबंधन में शामिल होने के लिए कहा'


उन्होंने आगे कहा, 'जब नीतीश कुमार मार्च 2022 में मुझसे दिल्ली में मिले, तो उन्होंने मुझे महागठबंधन के बारे में बताया और मुझसे शामिल होने का अनुरोध किया. उन्हें पता था कि अगर उन्होंने 2024 के चुनाव जीतने के बाद बीजेपी के साथ अपना गठबंधन जारी रखा, तो उन्हें हटा दिया जाएगा और बीजेपी अपनी पार्टी से एक मुख्यमंत्री चुनेगी.'


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