PK Pad Yatra: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने आज गांधी जयंती (Gandhi Jayanti) के मौके पर ‘जन सुराज’ पदयात्रा (Jan Suraj Padyatra) का आगाज कर दिया है. पश्चिम चंपारण के गांधी आश्रम (Gandhi Ashram) से शुरू हुई ये यात्रा अगले डेढ़ साल में बिहार (Bihar) के कोने-कोने में पहुंचेगी. ये पदयात्रा 3500 किमी की होगी. यात्रा के दौरान प्रशांत किशोर बिहार के गांव-गांव जाएंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे.
ये पदयात्रा 12 से 15 महीने तक चलेगी. 3500 किलोमीटर की पदयात्रा के पीछे का उद्देश्य नए बिहार की बुनियाद रखना है. जमीनी स्तर पर जन संवाद के जरिए पलायन, बेरोजगारी, कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे बिंदुओं पर आधारित अगले 15 सालों के लिए पंचायत स्तर पर बिहार के विकास का विजन डाक्यूमेंट तैयार करना है. पदयात्रा के बाद अधिवेशन होगा जिसमें तय होगा की राजनीतिक दल बनाना है या नहीं.
पदयात्रा से पहले पीके ने की पूजा
वैसे पदयात्रा के बाद उनके व्यापक रूप से राजनीति के क्षेत्र में नए सिरे से कदम रखने की संभावना व्यक्त की जा रही है. जन सुराज पदयात्रा के लिए पटना से पश्चिम चंपारण जाने से पहले पटना में प्रशांत किशोर ने पूजा अर्चना की. जन सुराज अभियान से जुड़े सैकड़ों लोगों के साथ भितिहरवा गांधी आश्रम पश्चिम चंपारण के लिए हुए रवाना हुए हैं. दोपहर 12 बजे वह भितिहरवा गांधी आश्रम पश्चिम चंपारण पहुंचेंगे. गांधी आश्रम में माल्यार्पण के बाद पदयात्रा शुरु करेंगे.
नीतीश कुमार की सार्वजनिक आलोचना
राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) साल 2018 में जेडीयू (JDU) के साथ जुड़ गए थे लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सार्वजनिक आलोचना करने के बाद साल 2020 में उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया. खाकर जब नीतीश कुमार ने संशोधित नागरिकता कानून (Citizen Amendment Bill) का समर्थन किया था तब प्रशांत किशोर ने उनकी आलोचना की थी.
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