नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी पर जेडीयू नेता प्रशांत किशोर ने नया शगूफा छेड़ा है. किशोर ने ट्वीट के जरिए कहा कि सरकार ने इस मुद्दे को छोड़ा नहीं है बल्कि तत्काल रणनीति के तहत इस मुद्दे को ठंडे बस्ते में डाल दिया है. हकीकत यह है कि देशभर में विरोध के चलते फिलहाल पीछे हटने का रास्ता निकाला गया है.
प्रशांत किशोर का कहना है कि सरकार सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का भी इंतजार करेगी और उसी हिसाब से आगे की रणनीति बनाएगी. प्रशांत ने ट्वीट में लिखा, "अभी तक तो NRC की कोई चर्चा ही नहीं हुई है, का दावा कुछ नहीं, बल्कि नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ देशव्यापी विरोध के सामने एक सुनियोजित तरीके से पीछे हटना है. यह एक विराम है न कि पूर्ण विराम."
प्रशांत किशोर के अनुसार सरकार नागरिकता कानून पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय तक इंतजार कर सकती है. कोर्ट का एक अनुकूल आदेश और पूरी प्रक्रिया वापस आ जाएगी. प्रशांत किशोर ने आशंका जाहिर की है कि केंद्र सरकार पर भरोसा करना मुश्किल है. गौरतलब है कि ये ट्वीट प्रशांत किशोर ने पीएम मोदी के उस भाषण के जवाब में दिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि एनआरसी पर कोई चर्चा ही नहीं हुई है.
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