पटना: नागरिकता संशोधन कानून का लगातार विरोध कर रहे जेडीयू महासचिव प्रशांत किशोर को अब पार्टी का साथ मिल रहा है. पटना में जेडीयू कोटा के मंत्री श्याम रजक के कहा कि प्रशांत ने कुछ गलत नहीं कहा है. उन्होंने कहा कि "प्रशांत किशोर हमारे पार्टी के नेता हैं और हर किसी को अपने विचार रखने की आजादी है."


अपनी जबरदस्त चुनावी रणनीति के लिए जाने जाने वाले जेडीयू नेता प्रशांत किशोर ने पार्टी लाइन से हटकर नागरिकता संशोधन कानून पर सवालिया निशान उठाए थे. वहीं अब उन्हें पार्टी के नेताओं का साथ मिल रहा है. बिहार में जेडीयू कोटे से मंत्री श्याम रजक ने प्रशांत के सपोर्ट में कहा, "प्रशांत ने कुछ गलत नहीं कहा. पीके हमारी पार्टी के नेता हैं और हर किसी को अपने विचार रखने की आजादी है." उन्होंने कहा, "लोकतंत्र में हर किसी को अपनी राय देने का अधिकार है, हर किसी को बोलने का अधिकार है अगर किसी ने अपनी राय दी है तो वो सही ही होगी."


चुनावी गठबंधन को लेकर किए गए सवाल पर रजक ने कहा, बिहार के प्रगति में नीतीश कुमार की बड़ी भूमिका रही है. आने वाले चुनाव में जदयू एक बड़ी भूमिका में रहेगी और प्रदेश में एनडीए की ही सरकार बनेगी इसमे कोई दो राय नहीं हैं. बड़ी भूमिका को परिभाषित करने के सवाल पर श्याम रजक ने कहा, बड़ी भूमिका का तात्पर्य यह है कि विधानमंडल में जो अगुवाई करे, जैसे कि मुख्यमंत्री और जो विधानमंडल का नेतृत्व करे उसकी बड़ी भूमिका होती है.


वहीं बीजेपी कोटा से मंत्री नंदकिशोर यादव ने प्रशांत किशोर पर तीखी टिपण्णी की. उन्होंने कहा कि "वो अभी पार्टी के कोई पदाधिकारी नहीं हैं, और अभी जेडीयू ने अभी अपने पदाधिकारियों की घोषणा नहीं की है. इसलिए अभी उनके किसी वक्तव्य पर टिप्पणी करने की आवश्यकता नहीं है. इसमें कौन बड़ा कौन छोटा ये समस्या नहीं है. हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ये घोषणा की है कि नीतीश कुमार के चेहरे पर चुनाव लड़ेंगे तो ऐसी बातों का कोई औचित्य नहीं है. नंदकिशोर ने ये भी कहा, जबसे नीतीश कुमार राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं उन्होंने अपने अधिकारियों का घोषणा नहीं कि है, ऐसे में इसपर टिप्पणी करने का कोई मतलब नहीं है.


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