बीजेपी ने कर्नाटक के मैसूर से सांसद प्रताप सिम्हा का टिकट काट दिया है. उनकी जगह पार्टी ने मैसूर राजवंश के यदुवीर कृष्णदत्त चामराजा वाडियार को टिकट दिया गया है.  यदुवीर कृष्णदत्त की उम्मीदवारी पर प्रताप सिम्हा ने तंज कसा है. उन्होंने कहा, वे खुश हैं कि 'महाराजा' अब लोगों के नियमित प्रतिनिधि के रूप में काम करेंगे, जिसमें कचरा और मलबा साफ करने में मदद की अपील का जवाब देना भी शामिल है. 


प्रताप सिम्हा पिछले साल दिसंबर में विवादों में आए थे. जब 13 दिसंबर को दो युवकों ने उनके पास पर संसद की सुरक्षा में सेंधमारी की थी. ये दोनों युवक दर्शकदीर्घा से कार्यवाही के दौरान सदन में कूद गए थे और पीले रंग की गैस स्प्रे की थी. इसके बाद सदन में भगदड़ जैसी स्थिति हो गई थी. सदन में मौजूद सांसदों ने इन युवकों को पकड़कर सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया था. 


सिम्हा ने कहा, हमारे पार्टी प्रोटोकॉल होते हैं. जब कोई सीनियर नेता आता है तो हम जमीन पर बैठते हैं. हम धूप में फूल लेकर अपने नेताओं के स्वागत के लिए खड़े होते हैं. हम खुश हैं कि महाराजा ऐसा करने के लिए तैयार हैं. इसी तरह हम एयरपोर्ट पर अपने नेताओं को छोड़ने और लेने जाते हैं. अगर महाराजा ऐसा करने के लिए तैयार हैं तो हम खुश हैं. 


उन्होंने कहा, महाराजा अपने महल का ग्राउंड आम लोगों को देंगे. हमें इससे ज्यादा क्या चाहिए? हम बहुत खुश हैं. मैसूर के लोग मुझसे कई मुद्दों पर मदद मांगते हैं. सोचिए अब महाराजा उनकी मदद करने को तैयार हैं. हम बहुत खुश हैं. लोग कचरा और मलबा साफ करने में मदद के लिए मुझे बुलाते है. मुझे खुशी है कि महाराजा अब ऐसा करेंगे. हालांकि, बीजेपी की लिस्ट आने के बाद सिम्हा ने कहा कि उन्होंने महाराजा यदुवीर को फोन किया और बधाई दी और अगले दो दिनों में चुनाव प्रचार शुरू करेंगे.