Prayagraj Murder Case : प्रयागराज के फाफामऊ थाना एरिया के एक गांव में दलित परिवार के 4 लोगों की हत्या के मामले में केस दर्ज किया गया है. एफआईआर की कॉपी शनिवार को सामने आई. इसमें पता चला कि एसएचओ और एक सिपाही पीड़ित परिवार पर पूर्व में दर्ज हुए एक केस को वापस लेने का दबाव बना रहा था. 


वारदात के बाद से ही प्रयागराज में सियासी पारा चरम पर है. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी शुक्रवार को पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचीं थीं. एफआईआर में पता चला कि कुछ वक्त पहले भी दबंगों ने पीड़ित परिवार से मारपीट की थी. जान से मारने की धमकी भी दी गई थी. इस मामले में केस दर्ज कराया गया था. एसएचओ फाफामऊ राम केवल पटेल और सिपाही सुशील कुमार सिंह इसी केस को वापस लेने के लिए परिवार पर दबाव बना रहे थे. एफआईआर में लिखा है कि एसएचओ की वजह से ही आरोपियों के हौसले भी बुलंद थे.


पुलिस पर आरोपियों का बचाव करने का आरोप


फाफामऊ थाना क्षेत्र के एक गांव में गुरुवार को वारदात हुई थी. करीबी रिश्तेदारों का आरोप है कि गांव के ही कुछ दबंग इस परिवार को पिछले लंबे अरसे से परेशान कर रहे थे. पीड़ित परिवार ने इस बारे में दो बार पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने पीड़ित परिवार की मदद करने के बजाय आरोपियों का ही बचाव किया. गुरुवार सुबह पता चला कि परिवार के 4 लोगों की हत्या कर दी गई है. महिलाओं के शव पर कपड़े भी नहीं मिले थे. परिवारवाले दुष्कर्म का भी आरोप लगा रहे हैं.


परिजनों को 16.50 लाख की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया गया है. परिवार के पुरुष सदस्य का शस्त्र लाइसेंस बनेगा. परिवार की सुरक्षा के लिए पिकेट भी तैनात होगी. डीआईजी ने बताया कि 11 नामजद अभियुक्तों में से आठ गिरफ्तार हो चुके हैं. पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है.


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