COVID-19 Precaution Dose: बूस्टर डोज़ लेने में रुकावटें खत्म, अब इस तारीख से 18 साल से ज़्यादा उम्र के सभी लोग ले सकेंगे तीसरी वैक्सीन
COVID-19 Precaution Dose: कोरोना टीकाकरण को लेकर मोदी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. अब 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन की प्रीकॉशन डोज दी जाएगी.
COVID-19 Precaution Dose: कोरोना टीकाकरण को लेकर मोदी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. अब 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन की प्रीकॉशन डोज दी जाएगी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि जिनकी आयु 18 वर्ष है और उन्होंने दूसरी खुराक लेने के 9 महीने पूरे कर लिए हैं, वे निजी टीकाकरण केंद्रों पर एहतियाती खुराक के लिए पात्र होंगे.
इससे पहले स्वास्थ्य देखभाल और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों सहित 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को एहतियाती खुराक दी जा रही थी. बता दें कि देशभर में टीकाकरण अभियान पिछले साल 16 जनवरी को शुरू किया गया था, जिसमें पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया गया था. अग्रिम मोर्चे के कर्मियों का टीकाकरण पिछले साल दो फरवरी से शुरू हुआ था. देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 185,38 करोड़ खुराकें दी जा चुकी है.
Precaution doses to be now available to 18+ population group from 10th April at private vaccination centres: Ministry of Health
— ANI (@ANI) April 8, 2022
बता दें कि देश में 15 साल से ज्यादा उम्र की आबादी में से लगभग 96 फीसदी को कम से कम एक वैक्सीन लग चुकी है, जबकि लगभग 83 फीसदी लोगों ने दोनों डोज ले ली है. हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60+ एज ग्रुप को 2.4 करोड़ से अधिक बूस्टर डोज भी दी गई है. 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के 45% लोगों ने भी पहली डोज ले ली है.
सोमवार, 14 मार्च को केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने घोषणा की थी कि 60+ आयु वर्ग के सभी लोगों को अब एहतियाती खुराक मिल सकेगी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी घोषणा की थी कि 12-14 वर्ष की आयु के बच्चों को 16 मार्च से कोरोना वायरस का टीका लगना शुरू हो जाएगा.
क्या है कोरोना वैक्सीन की एहतियाती खुराक?
एहतियाती खुराक उसी टीके की तीसरी खुराक है जिसे SARS-CoV-2 संक्रमण के खिलाफ दी जा रही है. तीसरी खुराक की आवश्यकता दुनियाभर में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के आने के साथ महसूस की गई. भारत ने इस साल 10 जनवरी को फ्रंटलाइन वर्कर्स और वरिष्ठ नागरिकों को एहतियाती खुराक देना शुरू किया. दूसरी खुराक और तीसरी खुराक के बीच 9 महीने के अंतराल की सिफारिश की गई.
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