लखनऊ: नागरिकता कानून पर हुए उपद्रव को देखते हुए शुक्रवार को जुमे की नमाज पर यूपी में फिर से हिंसा ना हो, इसके व्यापक इंतजाम किये जा रहे हैं. करीब 10 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. साथ ही हर संवेदनशील जगह पर अतिरिक्त सुरक्षा के इंतजाम भी किये जा रहे हैं. मस्जिदों के बाहर सुरक्षाबलों की तैनाती के साथ-साथ फ्लैगमार्च कराया जा रहा है. लखनऊ में बैठे उच्च अधिकारी लगातार हर संवेदनशील जिलों की स्थिति की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
हिंसक प्रदर्शन की होगी एसआईटी जांच
सीएए के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों को लेकर डीजीपी ओपी सिंह ने दर्ज मुकदमों के एसआईटी जांच के निर्देश दिए हैं. हर जिले में एडिशनल एसपी स्तर का अधिकारी एसआईटी प्रमुख होगा. जिलों में एडिशनल एसपी क्राईम की अध्यक्षता में एसआईटी बनाने के निर्देश दिए गए हैं. जिन जिलों में एएसपी क्राईम का पद नहीं है वहां एएसपी सिटी एसआईटी प्रमुख होंगे. आदेश में कहा गया है कि किसी भी सूरत में निर्दोषों को परेशान ना किया जाए.
आरोपियों की पहचान की जा रही है सार्वजनिक
लखनऊ समेत यूपी के हर उस जिले में जहां पिछले हफ्ते हिंसा हुई थी, वहां आरोपियों की पहचान कर उनकी तस्वीरें सार्वजनिक की जा रही है. मीडिया फुटेज, सीसीटीवी और पुलिस की अपनी वीडियो रिकॉर्डिंग से निकाली गई तस्वीरों को पोस्टर्स पर छापकर सार्वजनिक स्थलों पर लगाया जा रहा है. जिससे छुपे हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की जा सके. यूपी में हुई हिंसा को लेकर अबतक की कार्रवाई में कुल 1113 लोगों की गिरफ्तारी और 5500 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है.
मुस्लिम नेताओं के साथ अधिकारी कर रहे समन्वय बैठक
लखनऊ समेत कई जिलों में मुस्लिम नेताओं और मौलानाओं के साथ समन्वय बैठकें भी की जा रही हैं. लखनऊ में आईजी, एडीजी, जिलाधिकारी और एसएसपी ने पुराने लखनऊ में ऐसी ही बैठक की और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की है. डीएम अभिषेक प्रकाश ने कहा कि नागरिकता कानून को समझाने के लिए एक ब्रोशर तैयार किया गया है, जिसकी एक लाख कॉपी हिंदी और उर्दू में छापी गई हैं. इसको पूरे इलाके में बांटकर लोगों को समझाने का काम किया जाएगा.
फरंगी महली ने जुमे पर रोजा रखने की अपील की
लखनऊ की प्रसिद्ध ऐशबाग ईदगाह से मुस्लिम धर्मगुरु खालिद रशीद फरंगी महली का बयान आया है. जुमे की नमाज के दिन मुल्क में साम्प्रदायिक सौहार्द के लिए मुसलमानों से रोजा रखने की अपील की गई. फरंगी महली ने कहा कि जुमे के दिन मस्जिदों में जाकर नमाज शांति पूर्वक अदा करें. उन्होंने का कि नमाज के बाद शहर में किसी भी तरह का विरोध प्रदर्शन ना किया जाए. शाम को इफ्तार भी मुसलमान अपने घरों में करें. उन्होंने कहा कि लखनऊ की मस्जिदों में बीते दिनों सीएए और एनआरसी के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद अमन चैन की दुआ पढ़ी जाए.
हिंसा करने वालों से भरपाई होगी, ना देने पर कुर्की की जाएगी
आपको बता दें कि लखनऊ में 19 दिसंबर को हुई हिंसा में 46 आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने का नोटिस जारी किया गया. 100 से अधिक लोगों को नुकसान की भरपाई के लिए क्षतिपूर्ति का नोटिस दिया गया है. लखनऊ जिला प्रशासन ने बवालियों को क्षतिपूर्ति और उनकी संपत्ति कुर्क करने का नोटिस भेजा है. हजरतगंज पुलिस ने 46 बवालियों की सूची तैयार की है. नोटिस जारी होने के बाद अभी कुर्की की प्रक्रिया नहीं होगी. अभी कुर्की का नोटिस जारी हुआ है. इसके बाद 7 दिनों में इनको जवाब देना होगा. इसके एक महीने के भीतर अगर आरोपी संतुष्टिजनक जवाब नहीं दे पाए तो कुर्की की कार्रवाई होगी.
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