कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए जम्मू-कश्मीर में युद्ध स्तर पर चल रही है तैयारी, बच्चों के लिए तैयार किए गए विशेष बेड
अनुमान लगाया जा रहा है कि सितंबर के महीने में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है, जो बच्चों को प्रभावित कर सकती है. इस अनुमान के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार ने नौनिहालों को बचाने की कवायद शुरू कर दी है.
जम्मू: कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने भी कमर कस ली है. इस लहर से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने जम्मू के सबसे बड़े बच्चों के अस्पताल मे 100 बेड्स का एक विशेष वार्ड तैयार किया है.
अनुमान लगाया जा रहा है कि सितंबर के महीने में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है, जो बच्चों को प्रभावित कर सकती है. इस अनुमान के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार ने नौनिहालों को बचाने की कवायद शुरू कर दी है. जम्मू के सबसे बड़े बच्चों के अस्पताल श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल में प्रदेश सरकार के दखल के बाद 100 बेड्स का एक विशेष वार्ड तैयार किया जा रहा है. इस अस्पताल में शिशु रोग विभाग के हेड ऑफ डिपार्टमेंट डॉ जी एस सैनी के मुताबिक सरकार के दखल के बाद प्रदेश के सबसे बड़े बच्चों के अस्पताल में करीब 108 बेड का विशेष बोर्ड तैयार किया जा रहा है, जो कोरोना की इस तीसरी लहर से निपटने को देखकर तैयार किया जा रहा है.
डॉ सैनी के मुताबिक, अगर अभी भी लोग कोरोना से बचने के लिए तयशुदा उपायों का पालन करें तो इस की लहर से बचा जा सकता है. उनके मुताबिक अगर 2 साल से अधिक की आयु वर्ग के बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने की आदत डाल दी जाए तो इस तीसरी लहर से बचा जा सकता है. वहीं, डॉ सैनी के मुताबिक अगर यह लहर आती है तो जम्मू में इससे निपटने की तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही हैं. उन्होंने कहा कि जम्मू के सबसे बड़े जच्चा बच्चा अस्पताल में 54 बेड वाले दो वार्डस का निर्माण किया जा रहा है, जिनमें आधुनिक सुविधाएं लगाई जा रही हैं ताकि करोना इस तीसरी लहर से मासूमों को बचाया जा सके.
डॉ सैनी के मुताबिक जम्मू में कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए बनाए जा रहे इन वार्डस के लिए डीटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर ली गई है और सरकार को सौंपी जा चुकी है. उनके मुताबिक सितंबर से पहले इन वार्ड्स को पूरी तरह तैयार किया जाएगा.