नई दिल्ली: इस साल की अमरनाथ यात्रा के लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. अब सबकी नज़रें मंगलवार को श्रीनगर में राज भवन में होने वाली अमरनाथ श्राइन बोर्ड की बैठक पर लगी हैं, जिसमें यात्रा शुरू करने पर अंतिम फैसला होना है. 2020 की अमरनाथ यात्रा 23 जून से शुरू होने वाली थीं, लेकिन कोरोना के लॉकडाउन के चलते अभी तक शुरू नहीं हो सकी हैं.


बैठक से पहले ही अनंतनाग, कुलगाम, श्रीनगर और गांदेरबल में लंगर और अन्य सुविधाएं पहले ही लगा दी गई हैं. हर साल लगने वाले लंगरों में काफी ज्यादा कमी है, लेकिन जो लंगर लगे हैं, वहां पर कोरोना से लड़ने के लिए सभी प्रावधान रखे गए हैं. और अब इंतज़ार है, यात्रा पर आने वालों का.


जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष के तौर पर मंगलवार को सभी सरकारी विभागों और सुरक्षा एजेंसियो के साथ बैठक कर हालात की समीक्षा कर अंतिम निर्णय लेंगे, लेकिन फैसला होने से पहले ही यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है.


जून में श्राइन बोर्ड ने केवल बालताल के रस्ते से यात्रा के संचालन का फैसला किया था और पारंपरिक पहलगाम के रास्ते पर तैयारी पूरी ना होने के कारण यात्रा को स्थगित रखने का फैसल लिया था. इसलिए अब केवल बालताल में यात्रा के लिए तैयारी की गई है.


अमरनाथ यात्रा के बालताल के बेस कैंप में यात्रियों के लिए सुरक्षा पूरी तरह लगा दी गई हैं. यात्रा पर आने वाले यात्रियों और श्रद्धालुओं के लिए COVID अस्पताल का भी निर्माण पूरा कर लिया गया है.


यात्रा के लिए लगे हुए लंगरों में सेवादार खुश नहीं हैं, क्योंकि यात्रियों की सेवा के बदले उनको यात्रा शुरू होने का इंतज़ार करना पड़ रहा है.


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