16 मार्च को पंजाब के भावी मुख्यमंत्री भगवंत मान शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के गांव खटकडकलां में शपथ लेंगे. शपथ ग्रहण ग्रहण समारोह के लिए गांव में बने भगत सिंह मेमोरियल के सामने तैयारियां भी जोरो-शोरों से चल रही है. तीन बड़े स्टेज लगाये गये हैं. मुख्य स्टेज शपथ ग्रहण के लिये तैयार किया गया है, जबकि मुख्य स्टेज के दोनों तरफ़ लगे स्टेज में से एक तरफ़ नवनिर्वाचित विधायक होंगे और दूसरी तरफ़ आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के सभी सांसद, दिल्ली के मंत्री और बाक़ी बड़े नेता बैठेंगे.
जानकारी के मुताबिक़, 16 मार्च को भगवंत मान अकेले शपथ लेंगे, जबकि बाक़ी मंत्रिमंडल को बाद में शपथ दिलायी जायेगी. सूत्रों से मिली जानकरी के मुताबिक़, दिल्ली की ही तरह पंजाब में भी शपथ ग्रहण समारोह के लिये पार्टी ने किसी अन्य राज्य के मुख्यमंत्री और किसी बड़े नेता को आमंत्रित नहीं किया है. समारोह में सिर्फ़ पार्टी के नेता कार्यकर्ता और आम जनता रहेगी.
शपथ ग्रहण समारोह में आम जनता को न्योता देने के लिये भगवंत मान ने आज एक वीडियो मेसेज जारी करते हुए कहा कि सभी लोग भगत सिंह के गांव खटकडकलां 16 तारीख को पंहुचे. इस दिन भगवंत मान ही नहीं बल्कि पंजाब का हर व्यक्ति सीएम बनेगा और शपथ लेगा. इसके साथ ही भगवंत मान ने लोगों से अपील की है कि भगत सिंह जिस तरह पीले रंग की पगड़ी पहनते थे उसी तरह सभी लोग पीले रंग की पगड़ी पहन कर ही पहुंचे.
शपथ ग्रहण समारोह के लिये 40 एकड़ ज़मीन पर एक बड़ा पंडाल तैयार किया गया है जिसके अंदर क़रीबन 50 हज़ार से ज़्यादा लोगों के बैठने का इंतज़ाम रहेगा, जबकि बाक़ी लोग खुले मैदान से इस समारोह को देख सकेंगे. समारोह के लिये पूरे 125 एकड़ ज़मीन को ख़ासतौर पर तैयार किया गया है. संभावना है कि क़रीबन 3 लाख से ज़्यादा लोग इस समारोह में शामिल हो सकते हैं, इसलिये तैयरियां भी उसी हिसाब से की जा रही है.
सुरक्षा के लिये भी क़रीबन 10 हज़ार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती रहेगी, हैलीपैड के लिये भी जगह तैयार की गयी है, पंडाल से बाहर मैदान में खड़े लोग पूरे समारोह को नज़दीक से देख सकें, इसके लिये कुछ बड़ी LED स्क्रीन भी लगायी जा रही है.
ये भी पढ़ें- उत्तर प्रदेश के लिए अमित शाह को बनाया गया पर्यवेक्षक, उत्तराखंड और गोवा की ज़िम्मेदारी इन नेताओं को मिली
Russia-Ukraine War: जंग के 19वें दिन फिर बातचीत कर रहे यूक्रेन और रूस, क्या निकलेगा नतीजा?