नई दिल्ली: भारत के संविधान की 70वें सालगिरह देश ही विदेशों में भी धूम-धाम से मनाने की तैयारी कर ली गई है. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के संविधान का जन्मदिन 26 नवम्बर को उत्सव की तरह मनाने के लिए सभी भारतीय दूतावासों को भी कहा गया है.


संसद के शीतकालीन सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी सांसदों से आग्रह किया था कि भारत के लोकतंत्र की एक उपलब्धि की तरह ब्रांडिंग की जानी चाहिए. दुनियाभर में यह प्रचारित प्रसारित किया जाना चाहिए कि किस तरह हमारा संविधान दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की संचालक शक्ति है.



विदेशों में सभी दूतावास 26 नवम्बर को कार्यक्रम आयोजित करेंगे जिसमें भारतीय संविधान की खूबियों पर बात होगी. विदेशों में बसे भारतीयों और भारतवंशियों के अलावा विदेशी नागरिक भी शरीक हो सकते हैं. इस मौके पर भारतीय संविधान में निहित नागरिक कर्तव्यों पर भी प्रमुखता से बात होनी है.


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संविधान दिवस के उपलक्ष्य में मुख्य कार्यक्रम संसद भवन में आयोजित होगा. संसद के केंद्रीय कक्ष में दोनों सदनों की बैठक होगी जिसमें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष शरीक होंगे. इसके अलावा देश के सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में संविधान दिवस मनाने के लिए भी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने सर्कुलर जारी किया है. गौरतलब है कि भारत का संविधान 26 नवम्बर 1949 को स्वीकार किया गया और 26 जनवरी 1950 से लागू हुआ.