Indian Navy Crest: तीन महीने के भीतर नौसेना ने अपने क्रेस्ट में फिर किया बदलाव, क्या है इसका मतलब?
ब्लू वाटर नेवी उस नौसेना को कहा जाता है जो दुनिया में कहीं से भी ऑपरेट कर सकती है. नौसेना प्रमुख ने कहा था कि आईएनएस विक्रांत इंडो-पैसेफिक क्षेत्र में शान से तिरंगा लहराएगा.
Indian Navy 2022: तीन महीने के भीतर ही भारतीय नौसेना ने अपने क्रेस्ट में एक बार फिर बदलाव किया है. अब नौसेना के क्रेस्ट में क्लीयर एंकर दिखाई देगा यानि बिना रस्सी के. इसके मायने ये हैं कि भारतीय नौसेना (Indian Navy)अब समंदर की सुरक्षा के लिए बंधनों से पूरी तरह से मुक्त हो गई है. ये नौसेना के 'ब्लू-वाटर नेवी' (Blue Water Navy)बनने को भी दर्शाता है.
भारतीय नौसेना के मुताबिक, नेवल क्रेस्ट में फाउल-एंकर की जगह अब क्लियर एंकर कर दिया गया है. स्पष्ट-लंगर समुद्री-क्षेत्र में किसी भी चुनौती का मुकाबला करने के लिए भारतीय नौसेना की दृढ़ता को दर्शाता है और अपने नौसैनिकों की दृष्टि, मिशन और आकांक्षाओं में स्पष्टता का प्रतिनिधित्व करता है. क्लियर एंकर भारत के तटों और समुद्री-हितों को सुरक्षित करने के प्रति भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है.
क्या होती है ब्लू वाटर नेवी?
ब्लू वाटर नेवी उस देश की नौसेना को कहा जाता है जो दुनिया के किसी भी कोने में ऑपरेट कर सकती है. शनिवार को खुद नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरिकुमार ने भी कहा था कि स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत इंडो-पैसेफिक क्षेत्र में शान से तिरंगा लहराएगा.
नौसेना के मुताबिक, संशोधित क्रेस्ट को रविवार को नेवी-डे के अवसर पर लागू किया गया है. इसके लिए नेवी-डे के मौके पर आंध्रा प्रदेश के विशाखापट्टनम में आयोजित विशेष आयोजन के दौरान राष्ट्रपति और आर्म्ड फोर्सेंज की सुप्रीम कमांडर, द्रौपदी मूर्मु की इजाजत भी ली गई.
क्या है नए क्रेस्ट की खूबी?
नए क्रेस्ट में पहले की तरह शं नो वरूणा के साथ अशोक स्तंभ तो रहेगा ही, साथ में राष्ट्रीय आर्दश वाक्य, सत्यमेव जयते जोड़ दिया गया है. आपको बता दें कि नौसेना के आर्दश-वाक्य शं नो वरूणा को देश के पहले गर्वनर-जनरल सी. राजगोपालचारी के सुझाव पर अपनाया गया था जिसे वेदों से लिया गया है और जिसका अर्थ है सागर-देव हम पर मंगल करें. अब नौसैना के नए प्रतीक में तिरंगे के साथ-साथ नया क्रेस्ट होगा.
गौरतलब है कि 2 सितंबर को कोच्चि में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर, आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) की कमीशनिंग के दौरान नौसेना का नया प्रतीक जारी किया था. इस प्रतीक में ब्रिटिश-कालीन विक्टोरिया-क्रॉस को हटा दिया गया था. क्रेस्ट के चारों तरफ लाल लाइनों की जगह शिवाजी महाराज की राज-मुद्रा के नीले ओक्टोगन यानि अष्टकोण कर दिया गया था. इस ओक्टोगन की दो आउटर-लाइन गोल्डन कलर की हैं. ये ओक्टोगन आठ दिशाओं को दर्शाता है. नए क्रेस्ट और प्रतीक के साथ ही अब प्रेसिडेंट्स स्टंडर्ड एंड कलर (फ्लैग) में भी तब्दीली कर दी गई है.