Droupadi Murmu On Women Empowerment: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने शुक्रवार (10 फरवरी) को ओडिशा के रमा देवी महिला विश्वविद्यालय (Rama Devi Mahila University) के दूसरे दीक्षांत समारोह में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने भारत में महिलाओं की बढ़ती भूमिका पर बात की. उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment) अब कोई नारा नहीं है, बल्कि यह काफी हद तक एक हकीकत बन गया है.


दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए द्रौपदी मुर्मू ने अपने दिनों को याद किया. उन्होंने कहा कि भुवनेश्वर के यूनिट-2 गर्ल्स स्कूल में स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने चार साल तक इस संस्थान में पढ़ाई की. उस समय के शिक्षकों का प्यार और स्नेह भूला नहीं जा सकता है. उन्होंने कहा कि वह अभी भी उस समय के कई सहपाठियों के संपर्क में हैं और यह महान शिक्षण संस्थान उनके जीवन में हमेशा प्रेरणा का स्रोत रहा है. 


'महिलाओं ने हर क्षेत्र में साबित की ताकत'


छात्राओं को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें छात्राओं के रूप में यानी महिलाओं के प्रतिनिधि के रूप में गर्व महसूस करना चाहिए. भारत में महिलाओं ने युगों से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. परिवार के प्रबंधन से लेकर देश के शासन तक, साहित्य, संगीत और नृत्य से लेकर नेतृत्व तक, महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपनी ताकत साबित की है. महिला सशक्तिकरण अब एक नारा नहीं है, यह काफी हद तक एक हकीकत बन गई है. लड़कियां न केवल लड़कों के बराबर हैं, बल्कि कुछ क्षेत्रों में वे लड़कों से भी आगे हैं.


'महिला सांसदों की संख्या 100 के पार' 


राष्ट्रपति ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. यह खुशी की बात है कि पंचायत से लेकर संसद तक सभी लोकतांत्रिक संस्थानों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ रहा है. यह हमारे लोकतंत्र की एक बड़ी उपलब्धि है कि पहली बार महिला सांसदों की संख्या 100 को पार कर गई है. यह देश के लिए एक अच्छा संकेत है. साथ ही राष्ट्रपति ने छात्रों को अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखने की सलाह दी. 


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