Supreme Court New Flag: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार (01 सितंबर) को सुप्रीम कोर्ट की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में सुप्रीम कोर्ट के नए ध्वज और प्रतीक चिह्न का अनावरण किया. इस ध्वज में अशोक चक्र, सुप्रीम कोर्ट की बिल्डिंग और भारत के संविधान को दिखाया गया है.


सुप्रीम कोर्ट का नया ध्वज और प्रतीक चिह्न न्याय और लोकतंत्र का प्रतीक हैं जिसका डिजाइन निफ्ट दिल्ली (NIFT Delhi) ने किया है. जिला न्यायपालिका के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन (National Conference of District Judiciary) के समापन सत्र के दौरान मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक स्पेशल ग्रीन गिफ्ट दिया. 


पौधे लगाए गए


सुप्रीम कोर्ट की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 12 विभिन्न देशी किस्मों के 75 पौधों को लगाया गया. अहम ये है कि ये पौधे राष्ट्रपति मुर्मू को समर्पित किए गए. जिला न्यायपालिका के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में कई मुद्दों पर चर्चा हुई. 


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने क्या कहा?


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सम्मेलन में कहा कि त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए अदालतों में ‘‘स्थगन की संस्कृति’’ को बदलने के प्रयास किए जाने की जरूरत है. जिला न्यायपालिका के दो-दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अदालतों में लंबित मामलों का होना ‘‘हम सभी’’ के लिए एक बड़ी चुनौती है.


क्यों जताई खुशी?


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, ‘‘अदालतों में स्थगन की संस्कृति को बदलने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाने की जरूरत है.’’  मुर्मू ने कहा कि न्याय की रक्षा करना देश के सभी न्यायाधीशों की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि अदालती माहौल में आम लोगों का तनाव का स्तर बढ़ जाता है. उन्होंने महिला न्यायिक अधिकारियों की संख्या में वृद्धि पर भी प्रसन्नता व्यक्त की. इस कार्यक्रम में प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और केंद्रीय कानून एवं न्याय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल भी शामिल हुए. 


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