IN DETAIL: आखिर विपक्ष ने क्यों चुना मीरा कुमार को, जानें तीन बड़ी वजह
नई दिल्ली: विपक्ष ने राष्ट्रपति चुनाव में तीन वजहों से पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला किया. ये तीन वजहें उनकी जाति, उनका राज्य और उनकी पार्टी हैं.
एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को लेकर दरार आने के बाद विपक्ष ने कांग्रेस की मीरा कुमार को अपना उम्मीदवार चुना ताकि जेडीयू को अपने पाले में फिर से लाया जा सके और बीएसपी भी अलग नहीं हो. जेडीयू ने कल कहा था कि वह कोविंद का समर्थन करेगी जबकि बीएसपी ने कहा था कि वह किसी दलित की उम्मीदवारी को लेकर नकारात्मक रुख नहीं अपनाएगी.
बीएसपी ने आज विपक्ष के उम्मीदवार का समर्थन किया. उसने कहा कि मीरा कुमार, कोविंद की तुलना में अधिक सक्षम और लोकप्रिय हैं. 17 विपक्षी पार्टियों की आज हुई बैठक में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने मीरा कुमार, पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और योजना आयोग के पूर्व सदस्य भालचंद्र मुंगेकर का नाम प्रस्तावित किया.
एक लेफ्ट पार्टी के सूत्र ने बताया, ''आरेजेडी प्रमुख लालू प्रसाद ने भी मीरा कुमार की वकालत की. दो बातें उनके पक्ष में गईं. एक तो वह कांग्रेस की हैं और उनका चयन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किया.''
सूत्रों ने बताया कि दूसरी वजह कि वह बिहार की बेटी हैं और यह नीतीश कुमार को कोविंद का समर्थन करने के अपने फैसले पर फिर से सोचने पर मजबूर करेगा. कोविंद बिहार के पड़ोसी राज्य यूपी से आते हैं. तीसरी बात यह कि वह दलित हैं और उनकी शानदार राजनैतिक पृष्ठभूमि रही है.
बैठक के बाद लालू ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस मुद्दे पर अपना मन बदलने की अपील की और कहा कि वह पटना में मुख्यमंत्री से इस बारे में बातचीत करेंगे. लालू ने कहा, ''मैं नीतीश कुमार से मिलूंगा और उनसे एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देने के उनके फैसले को बदलने की अपील करुंगा. मैं उनसे कहूंगा कि वह ऐतिहासिक भूल नहीं करें. मैं उनसे दोबारा सोचने को कहूंगा.''