राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पुदुचेरी के सीएम नारायणसामी और उनकी मंत्रिपरिषद का इस्तीफा किया मंज़ूर
विश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले मुख्यमंत्री नारायणसामी के इस्तीफे के कारण सोमवार को पुदुचेरी में कांग्रेस सरकार गिर गई. कई कांग्रेस विधायकों और बाहर से समर्थन दे रहे डीएमके के एक विधायक के इस्तीफे के कारण केन्द्रशासित प्रदेश की सरकार अल्पमत में आ गई थी.
नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पुदुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी और उनकी मंत्रीपरिषद का इस्तीफा मंज़ूर कर लिया है. सोमवार को पुदुचेरी के मुख्यमंत्री ने सदन में विस्वासमत खो दिया था. केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी एक अधिसूचना में कहा गया, ‘‘राष्ट्रपति ने पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी समेत उनकी मंत्रिपरिषद का इस्तीफा 22 फरवरी से स्वीकार कर लिया है.’’
पुदुचेरी की उपराज्यपाल के राजनिवास द्वारा अधिसूचना की एक प्रति मीडिया को उपलब्ध करायी गयी. मुख्य सचिव अश्वनी कुमार ने कहा कि पुदुचेरी सरकार के गजट में अधिसूचना पुनर्प्रकाशित की गई है.
आपको बता दें कि विश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले मुख्यमंत्री नारायणसामी के इस्तीफे के कारण सोमवार को पुदुचेरी में कांग्रेस सरकार गिर गई. हाल ही में कई कांग्रेस विधायकों और बाहर से समर्थन दे रहे डीएमके के एक विधायक के इस्तीफे के कारण केन्द्रशासित प्रदेश की सरकार अल्पमत में आ गई थी.
नारायणसामी ने उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्यराजन से मुलाकात कर चार सदस्यीय मंत्रिमंडल का इस्तीफा उन्हें सौंप दिया था. बता दें कि पुदुचेरी में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं. जब कांग्रेस 2016 में विधानसभा चुनाव जीत कर सत्ता में आई थी तो उसके पास कुल 15 विधायक थे. साथ ही सहयोगी DMK के 4 और एक निर्दलीय उम्मीदवार का भी साथ था.
कांग्रेस ने क्यों खोया पुदुचेरी कांग्रेस के पांच विधायकों और सहयोगी डीएमके के एक विधायक के इस्तीफा देने के बाद नारायणसामी की सरकार अल्पमत में आ गई थी. फ्लोर टेस्ट के बाद विधानसभा स्पीकर ने एलान किया कि सरकार ने अपना बहुमत खो दिया है. हालांकि उससे पहले ही विधानसभा से कांग्रेस के विधायकों ने वॉक आउट कर दिया था. पुदुचेरी में सरकार गिर जाने के बाद तीन राज्य - पंजाब, राजस्थान और छत्तीसगढ़ ही बच गए हैं, जहां कांग्रेस की अपने दम पर सरकार है.
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