मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि गलियारे का विकास होने से भारत से लाखों श्रद्धालुओं को पाकिस्तान में रावी नदी के किनारे स्थित गुरूद्वारा दरबार साहिब की यात्रा करने में सुविधा होगी. जहां गुरू नानक देव ने 18 वर्ष बिताये थे. सिंह ने एक आधिकारिक बयान में गुरू नानक देव के 550वें प्रकाश पर्ब के मौके पर श्रद्धालुओं को करतारपुर की यात्रा करने की पाकिस्तान सरकार के इजाजत देने के निर्णय का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि इसका दोनों देशों के संबंधों को सुधारने में दीर्घकालिक प्रभाव हो सकता है.
करतारपुर गलियारे के निर्माण के केंद्र सरकार के निर्णय के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री इमरान खान 28 नवम्बर को करतारपुर में सुविधाओं के निर्माण की आधारशिला रखेंगे.’’ इस बीच केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा ने एक पत्र में राज्य सरकार से 26 नवम्बर को आधारशिला रखने के कार्यक्रम के लिए सभी तैयारियां करने को कहा है.
बयान में कहा गया है कि केंद्रीय गृह सचिव ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के सचिव यदुवीर सिंह मलिक को भी पत्र लिखकर परियोजना की तैयारी और आधारशिला रखने के लिए सभी जरूरी तैयारियां करने को कहा है. पत्र की एक प्रति पंजाब के मुख्य सचिव को इस अनुरोध के साथ भेजी गई है कि परियोजना के लिए सभी संभव सहयोग किया जाए. इसके साथ ही पत्र की एक प्रति सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक को भी भेजा गयी है.