Presidential Election 2022: BJP चीफ जेपी नड्डा ने सोनिया गांधी और एचडी देवगौड़ा को किया फोन, मांगा समर्थन
एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से फोन पर बात की और उनसे उनकी उम्मीदवारी का समर्थन करने की अपील की.
Presidential Election 2022: बीजेपी (BJP) अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने एनडीए (NDA) के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) को सर्वसम्मति से राष्ट्रपति बनाने के लिए शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और जद (एस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा (HD Deve Gowda) से बात कर उनका समर्थन मांगा है.
सूत्रों के मुताबिक एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार से फोन पर बात की और उनसे राष्ट्रपति चुनाव में अपनी उम्मीदवारी का समर्थन करने की अपील की.
मुर्मू ने नामांकन दाखिल करने से पहले खुद ही तीनों प्रमुख विपक्षी नेताओं से बात की थी. सूत्रों ने बताया कि सोनिया, ममता और पवार ने मुर्मू को आगामी चुनावों के लिए उनको शुभकामनाएं दीं. द्रौपदी मुर्मू ने आज सत्तारूढ़ दल राजग की उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया.
द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के दौरान मौजूद रहे ये नेता
नामांकन के दौरान उनके साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह, राजनाथ सिंह, जे.पी. नड्डा, कई राज्यों के मुख्यमंत्री और सहयोगी दलों के नेता मौजूद थे. बीजेपी नेताओं के अलावा वाईएसआर कांग्रेस के विजयसाई रेड्डी, ओड़िशा की बीजू जनता दल सरकार के दो मंत्री और उसके नेता सस्मित पात्रा, अन्नाद्रमुक नेता ओ. पनीरसेल्वम, थम्बी दुरई और जनता दल (यूनाईटेड) के राजीव रंजन सिंह भी मौजूद थे.
देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति होंगी मुर्मू
राष्ट्रपति पद के नामांकन के लिए प्रत्येक सेट में निर्वाचित प्रतिनिधियों के बीच से 50 प्रस्तावक और 50 अनुमोदक होने चाहिए. चुनाव जीतने पर मुर्मू (Droupadi Murmu) देश की पहली आदिवासी (Tribal) और दूसरी महिला राष्ट्रपति (President) होंगी. राष्ट्रपति पद (Presidential Election) के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा. वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है.