Presidential Election 2022: झारखंड की गवर्नर रहीं द्रौपदी मुर्मू बनीं NDA उम्मीदवार, जानें- अब तक कितने राज्यपाल बने हैं राष्ट्रपति?
झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के उम्मीदवार बनाए जाने के बाद यह सवाल आता है कि देश में कितने ऐसे राष्ट्रपति हुए हैं जो महामहीम बनने से पहले राज्यपाल के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे.
Presidential Election 2022: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राष्ट्रपति चुनाव (President Election) के लिए एनडीए की तरफ से उम्मीदवार की घोषणा कर दी है. पार्टी ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है. इससे पहले राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम पर मंथन के लिए पार्टी मुख्यालय में बीजेपी की संसदीय बोर्ड (BJP's Parliamentary Board) की बैठक हुई थी.
बैठक के बाद बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि संसदीय बोर्ड की बैठक में सभी लोग इस मत पर आए कि NDA अपने सभी घटक दलों के साथ अपना प्रत्याशी घोषित करें. NDA की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu)होंगी.
द्रौपदी मुर्मू का जीतना तय माना जा रहा है, अगर वह जीतती हैं तो वह देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होने के साथ देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगी. हम आपको बता रहे हैं कि आखिर देश में अब तक कितने ऐसे राष्ट्रपति हुए हैं जो राष्ट्रपति चुने जाने से पहले राज्यपाल रहे थे.
वीवी गिरी (10 Aug 1894 - 24 June 1980)
वीवी गिरी भारत के चौथे राष्ट्रपति थे. उनका जन्म 10 अगस्त 1894 को मद्रास प्रेसीडेंसी के ब्रम्हपुर में हुआ था. जो अब ओडिशा का हिस्सा है. उनके पिता का नाम श्री जोगिह पन्तुलु था और वो पेशे से वकील थे. 1937-39 और 1946-47 के बीच वो मद्रास सरकार में श्रम, उद्योग, सहकारिता और वाणिज्य विभागों में मंत्री रहे. गिरि ने 1 जुलाई 1960 को केरल के दूसरे राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी. वो (1960–1965) 5 वर्षों तक केरल के राज्यपाल रहे.
उसके बाद भारत के तीसरे उप-राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने 13 मई 1967 को शपथ ली. 3 मई 1969 तक वह देश के उपराष्ट्रपति रहे. 1969 के राष्ट्रपति चुनाव में उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर राष्ट्रपति का चुनाव लड़ा और वह भारत के पहले निर्दलीय और देश के चौथे राष्ट्रपति बने.
शंकर दयाल शर्मा (19 August 1918 – 26 December 1999)
शंकर दयाल शर्मा देश 9वें राष्ट्रपति थे. उनका जन्म 19 अगस्त 1918 को हुआ था. उनकी मृत्यु 26 दिसंबर 1999 को हुई थी. वह भारत के 8वें उपराष्ट्रपति थे. उनका जन्म स्थान वर्तमान मध्य प्रदेश राज्य की राजधानी भोपाल के नजदीक एक गांव आमोन था. वह 25 जुलाई 1992 से 25 जुलाई 1997 तक देश के राष्ट्रपति रहे थे.
वह 29 अगस्त 1984 से 26 नवंबर 1985 तक आंध्र प्रदेश के गवर्नर थे. इससे पहले वह 26 नवंबर 1985 से 2 अप्रैल 1986 को पंजाब के गवर्नर थे. वह 1952 से 1956 तक भोपाल (अब मध्य प्रदेश) के मुख्यमंत्री थे. इस दौरान उन्होंने शिक्षा, कानून आदि विभागों में काफी काम किया. वह 1974 से लेकर 1977 तक देश के केंद्रीय संचार मंत्री भी रहे थे.
प्रतिभा देवी सिंह पाटिल (19 Dec 1934- Present)
प्रतिभा देवी सिंह पाटिल देश की 12 वीं पहली महिला राष्ट्रपति थी. उनका जन्म 19 दिसंबर 1934 को हुआ था. उनका कार्यकाल 25 जुलाई 2007 से जुलाई 2012 तक था. वह कांग्रेस पार्टी की सदस्य थीं. भारत की राष्ट्रपति बनने से पहले प्रतिभा देवी सिंह पाटिल राजस्थान की 17 वीं राज्यपाल थीं. वह 8 नवंबर 2004 से 23 जून 2007 तक राजस्थान की राज्यपाल थीं.
प्रतिभा सिंह देवी पाटिल 27 वर्ष की उम्र में पहली बार 1962 में जलगांव विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुनी गई थीं. 1985 में वह राज्यसभा सदस्य बनने तक विधायक थीं. 1991 से 1996 तक वह अमरावती से लोकसभा सदस्य भी रह चुकी हैं. महाराष्ट्र के अपने दो दशक के ज्यादा राजनीतिक करियर में प्रतिभा देवी सिंह पाटिल राज्य सरकार में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहीं.
राम नाथ कोविंद (1 Oct 1945-Present)
राम नाथ कोविंद देश के 14वें राष्ट्रपति हैं. उनका जन्म 1 अक्टूबर 1945 को हुआ था. उन्होंने 25 जुलाई 2017 को देश के 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण की थी. उनका कार्यकाल 25 जुलाई 2022 को समाप्त हो रहा है. वह भारतीय जनता पार्टी के सदस्य थे. 16 अगस्त 2015 से 20 जून 2017 तक बिहार के 26 वें राज्यपाल रहे थे. वह उत्तर प्रदेश से भारत के राष्ट्रपति बनने वाले पहले व्यक्ति हैं.
इससे पहले 3 अप्रैल 1994 से लेकर 2 अप्रैल 2006 तक वह राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं. राजनीति में आने से पहले उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट और देश की सुप्रीम कोर्ट में 16 वर्षों तक वकालत भी की है.
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