Presidential Election 2022: विपक्ष उतारेगा कॉमन कैंडिडेट! शुरू हो चुकी है तैयारी, शरद पवार ने कही ये बात
Presidential Election Update: सूत्रों के अनुसार कुछ विपक्षी दलों की राय है कि सत्तापक्ष को वाकओवर नहीं देना चाहिए, बल्कि चुनौती पेश करनी चाहिए.
Presidential Election 2022: विपक्ष 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election 2022) के लिए साझा उम्मीदवार उतार सकता है और इसको लेकर बातचीत भी शुरू हो चुकी है. हालांकि आंकड़े उसके पक्ष में नहीं दिखते. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने कुछ विपक्षी दलों के नेताओं से संपर्क किया है और साझा उम्मीदवार के संदर्भ में उनकी राय जानी है. खड़गे ने कहा कि आज राष्ट्रपति चुनाव के लिए शेड्यूल जारी हुआ है. ऐसे में हो सकता है कि समान विचारधारा की पार्टियां एक कॉमन कैंडिडेट (Common Candidate) उतारें. मैंने आज शरद पवार से मुलाकात की है. सोनिया गांधी (SoniaGandhi) ने मुझसे कहा था कि मैं शरद पवार, शिवसेना, टीएमसी के नेताओं से मुलाकात करुं. उन्होंने कहा कि शरद पवार तैयार हैं. मैं उद्धव ठाकरे, डीएमके, टीएमसी, एसपी से बात करूंगा. सब एक जगह बैठकर कैंडिडेट को लेकर बात कर लेंगे.
वहीं शरद पवार ने कहा है कि एक जैसी विचारधारा वाली पार्टियों को साथ लाने की जरूरत है. देरी करने का कोई मतलब नहीं है. अर्जुन का ध्यान मछली की आंख पर था. वैसे ही हमारा ध्यान राज्यसभा/विधान परिषद चुनाव पर है. उसके बाद राष्ट्रपति चुनाव का विषय होगा. सूत्रों के अनुसार, कुछ विपक्षी दलों की राय है कि उन्हें सत्तापक्ष को वाकओवर नहीं देना चाहिए, बल्कि चुनौती पेश करनी चाहिए. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के सांसद विनय विश्वम ने बृहस्पतिवार को कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता खड़गे ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए ‘साझा उम्मीदवार’ पर चर्चा के लिए उनसे संपर्क किया है.
बातचीत हुई शुरू
राज्यसभा सदस्य विश्वम ने ट्वीट किया, ‘‘खड़गे जी ने मुझसे बात की और राष्ट्रपति चुनाव के लिए साझा उम्मीदवार के संदर्भ में चर्चा की. मैंने उनसे कहा कि भाकपा ऐसे किसी भी साझा उम्मीदवार का समर्थन करेगी जो धर्मनिरपेक्ष विचार वाला हो और प्रगतिशील नजरिया रखता हो. उन्होंने जवाब दिया कि सोनिया गांधी जी और कांग्रेस पार्टी का भी यही रुख है.’’ विपक्ष के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘विपक्षी दलों के बीच राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विचार-विमर्श आरंभ हो गया है. सहमति बन जाने के बाद साझा उम्मीदवार खड़ा किया जा सकता है.’’
क्या कहते हैं आंकड़े
आंकड़ों पर नजर डालें तो राष्ट्रपति चुनाव में BJP के NDA का पलड़ा भारी नजर आता है. राजग (NDA) के पास कुल 10,86,431 में से करीब 5,35,000 मत हैं. NDA के उम्मीदवार को अन्नाद्रमुक, बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी जैसी कुछ पार्टियों का भी समर्थन मिल सकता है. संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) के पास सांसदों के 1.5 लाख से अधिक वोट हैं और करीब इस संख्या में उसे विधायकों के भी वोट मिलेंगे. अतीत के कुछ चुनावों में भी विपक्ष के उम्मीदवार को तीन लाख से थोड़ा अधिक मत मिलते रहे हैं. आगामी चुनाव में 4,809 निर्वाचक होंगे, जिनमें 776 सांसद और 4,033 विधायक होंगे. इनमें 223 राज्यसभा सदस्य और लोकसभा के 543 सदस्य शामिल हैं.