राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए की तरफ से द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार घोषित किया गया है, जिसके बाद मुर्मू अपना नामांकन भी दाखिल करने जा रही हैं. भले ही इस चुनाव के लिए विपक्ष ने यशवंत सिन्हा को अपना उम्मीदवार बनाया हो, लेकिन अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो द्रौपदी मुर्मू का राष्ट्रपति बनना लगभत तय नजर आ रहा है. यही वजह है कि बीजेपी और पूरा एनडीए मुर्मू की जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त दिख रहा है. आइए आंकड़ों की मदद से पूरा गणित समझते हैं.
क्या कहते हैं आंकड़े?
राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट वैल्यू के आंकड़ों के हिसाब से देखा जाए तो एनडीए का पलड़ा भारी है. राष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा 540 और राज्यसभा के 229 सांसदों के अलावा राज्यों की विधानसभाओं के कुल 4 हजार 33 विधायक वोटिंग करते हैं. चुनाव के दौरान इन सभी जनप्रतिनिधियों के वोटों का वैल्यू निकाला जाता है. कुल वोट वैल्यू 10 लाख 78 हजार 915 है, जबकि किसी भी उम्मीदवार को बहुमत के लिए 5 लाख 39 हजार 458 चाहिए.
राष्ट्रपति चुनाव में वोट वैल्यू
- लोकसभा सांसद - 378000
- राज्यसभा सांसद - 160300
- विधायक - 540615
- कुल वोट - 1078915
- बहुमत का आंकड़ा - 539458
किसके पास कितने वोट?
अब गठबंधन के हिसाब से उनके सांसदों और विधायकों का वोट वैल्यू मिलाकर देखें तो एनडीए के पास सबसे ज्यादा 5 लाख 26 हजार 966 वोट होंगे. वहीं यूपीए के पास जादुई आंकड़े से काफी कम वोट दिख रहे हैं. ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक और आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने भी एनडीए उम्मीदवार मुर्मू का समर्थन किया है. साफ है कि विपक्ष और अन्य को मिलाकर भी बहुमत का आंकड़ा पूरा नहीं हो पाएगा.
अब अगर कुल वोटों की बात करें तो एनडीए के पास 526966 वोट दिख रहे हैं, वहीं यूपीए के पास महज 264158 वोट ही हैं, अन्य की बात करें तो 287791 वोट उनके पास हैं. यानी फिलहाल तो किसी भी गठबंधन के पास बहुमत का पूरा आंकड़ा नहीं है, लेकिन एनडीए इसके सबसे ज्यादा करीब है. एनडीए के पास कुल वोट वैल्यू 5 लाख 26 हजार 966 हैं, यानी उसे सिर्फ 12 हजार 492 वोट वैल्यू का जुगाड़ करना होगा.
बीजेडी और YSR कांग्रेस के समर्थन से मुर्मू बहुमत के पार
क्योंकि नवीन पटनायक की बीजेडी ने मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है, ऐसे में बीजेडी के 31 हजार 668 वोट वैल्यू को एनडीए में मिला दिया जाए तो द्रौपदी मुर्मू बहुमत के जादुई आंकड़े को पार कर जाएंगी. साथ ही अब इसमें जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस के 45 हजार से ज्यादा वोट भी जुड़ जाएंगे. इसका सीधा मतलब है कि द्रौपदी मुर्मू आसानी से राष्ट्रपति की कुर्सी तक पहुंच जाएंगीं.
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