(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
दिलचस्प: बैलेट बॉक्स को क्यों कहा जाता है ‘मिस्टर बैलेट बॉक्स’?
रामनाथ कोविंद और मीरा कुमार, राष्ट्रपति पद के दोनों उम्मीदवारों की किस्मत बैलेट बॉक्स में कैद है. 32 राज्यों में हुए राष्ट्रपति चुनाव के लिए विधायकों और सांसदों ने वोट डाला था. बैलेट बॉक्स दो दिन पहले ही संसद भवन में पहुंच चुके हैं.
नई दिल्ली: आज देश को नया राष्ट्रपति मिलेगा. रामनाथ कोविंद और मीरा कुमार, राष्ट्रपति पद के दोनों उम्मीदवारों की किस्मत बैलेट बॉक्स में कैद है. 32 राज्यों में हुए राष्ट्रपति चुनाव के लिए विधायकों और सांसदों ने वोट डाला था. बैलेट बॉक्स दो दिन पहले ही संसद भवन में पहुंच चुके हैं.
दिल्ली के बाहर राज्यों से आए बैलेट बॉक्स को मिस्टर बैलेट बॉक्स कहा जाता है. वो इसलिए क्योंकि इन बॉक्स को लाने के लिए हवाई जहाज में बैलेट बॉक्स के लिए टिकेट बुक कराया जाता है और टिकेट मिस्टर बैलेट बॉक्स के नाम से बुक होता है.
राष्ट्रपति चुनाव में इस्तेमाल हुए बैलेट बॉक्स को बाकायदा सीट पर ही रख कर लाया जाता है. इसे कार्गो में बुक नहीं कराया जाता है. बैलेट बॉक्स के दोनों की सीटों पर इसे लाने वाले चुनाव अधिकारी और सुरक्षा कर्मी बैठते हैं.
राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार 17 जुलाई को वोट डाले गए थे. वोटों की गिनती आज सुबह 11 बजे शुरू होगी. वोटों की गिनती का इंतज़ाम संसद भवन के उसी 62 नंबर हॉल में किया गया है, जहां 17 जुलाई को वोट डाले गए थे.
सबसे पहले संसद भवन का बैलेट बॉक्स खोला जाएंगा. इसके बाद राज्यों से आए बैलेट बॉक्स को अल्फाबेट के आधारपर खोला जाएगा. वोटों की गिनती चार अलग-अलग मेजों पर होगी. आठ चरणों वाली मतगणना प्रकिया के दोपहर तक खत्म होने की उम्मीद है. इसके बाद चुनाव आयोग के रिटर्निंग ऑफिसर नतीजों का औपचारिक ऐलान करेंगे.
राष्ट्रपति चुनाव के लिए हुए मतदान में वोट डालने का अधिकार देश के अलग-अलग राज्यों के 4120 विधायकों और 776 सांसदों को था. जिनमें करीब 99 फीसदी ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. इन सभी वोटों की गिनती आज होनी है.