Presidential Elections 2022: यशवंत सिन्हा की राष्ट्रपति उम्मीदवारी को मिला कितने दलों का साथ? जानें
Presidential Elections 2022: राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों ने पूर्व वित्त और विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है.
Presidential Election Opposition Meeting: राष्ट्रपति चुनाव को लेकर मंगलवार को एक बार फिर विपक्षी दलों की बैठक (Opposition Meeting) हुई. ये बैठक दिल्ली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) के घर पर हुई. इस बैठक में कुल 15 दल शामिल हुए. बैठक के बाद कांग्रेस के राज्य सभा सांसद जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने घोषणा करते हुए कहा कि 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए पूर्व वित्त और विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) विपक्षी दलों के आम उम्मीदवार होंगे.
इस बैठक में कांग्रेस, राकांपा, तृणमूल, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), समाजवादी पार्टी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और असम यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के प्रतिनिधि शामिल हुए. वहीं कांग्रेस की ओर से मल्लिकार्जुन खड़गे और जयराम रमेश, तृणमूल कांग्रेस से अभिषेक बनर्जी, द्रमुक से तिरुचि शिवा, माकपा से सीताराम येचुरी और भाकपा से डी राजा बैठक में मौजूद रहे.
बैठक से दूर रहे ये दल
कई दल ने इस बैठक से दूर भी रहे. तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), बीजु जनता दल (बीजेडी), आम आदमी पार्टी (आप), शिरोमण अकाली दल (शिअद) और वाईएसआरसीपी इस बैठक से दूर रहे. ये दल इससे पहले 15 जून को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई बैठक से भी दूर रहे थे. हालांकि बैठक से नदारद रहे दलों को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने कहा कि टीआरएस, आम आदमी पार्टी और शिवसेना बैठक में नहीं थी, लेकिन तीनों पार्टियां यशवंत सिन्हा का समर्थन करेंगी. हम 27 जून को सुबह 11.30 बजे राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं.
विपक्ष को एकजुट रखना अनिवार्य- कांग्रेस
वहीं कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमारा स्टैंड यह है कि हम सभी विपक्षी दलों द्वारा सामूहिक रूप से लिए गए निर्णय का समर्थन करेंगे. जैसा कि सोनिया गांधी ने कहा है, आज के इस युग में विपक्ष को एकजुट रखना अनिवार्य है. हमें एकता नहीं तोड़नी चाहिए.
यशवंत सिन्हा की उम्मीदवारी पर क्या बोले टीएमसी सासंद?
इस बैठक में शामिल होने से पहले टीएमसी (TMC) नेता यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) ने एक ट्वीट कर बड़े राष्ट्रीय कारणों के लिए टीएमसी के काम से अलग हटने की घोषणा की थी. यशवंत सिन्हा को विपक्ष का उम्मीदवार बनाए जाने पर टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) ने कहा कि हम सम्मानित हैं कि यशवंत सिन्हा को विपक्ष ने मनोनीत किया है, वे लंबे समय से टीएमसी से जुड़े थे. हमें अपने मतभेदों को दूर रखने की जरूरत है. हमें किसी ऐसे व्यक्ति को ढूंढना होगा जो भारतीय संविधान के संरक्षक के रूप में कार्य करे.
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